
Pune Bus Station Rape Case : मामलें की गंभीरता को देखते हुए देवेंद्र फडणवीस सरकार एक्शन में है। सरकार ने बस स्टेशन पर तैनात सभी कर्मियों को निकाल देने का आदेश दिया। इसी के साथ परिवहन विभाग ने इस मामले में विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
Pune Bus Station Rape Case : महाराष्ट्र के पुणे से रेप का मामला सामने आया है, जिससे इंसानियत एक बार फिर से शर्मसार हो गई है। यहां पर एक शख्स ने 26 साल की लड़की से सरकारी बस के अंदर रेप किया। जांच के बाद आरोपी की जानकारी भी सामने आ गई है। इस दरिंदगी के पीछे 36 साल के दत्तात्रेय रामदास गाडे का हाथ है। पुलिस के मुताबिक इसपर पहले से कई आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। दत्तात्रेय रामदास पर पुणे और अहल्यानगर में चोरी, लूट, छिनैती समेत 6-7 केस दर्ज हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2019 से वो बेल पर बाहर है। इश घटना के बाद से पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई हैं।
मामलें की गंभीरता को देखते हुए देवेंद्र फडणवीस सरकार एक्शन में है। सरकार ने बस स्टेशन पर तैनात सभी कर्मियों को निकाल देने का आदेश दिया। इसी के साथ परिवहन विभाग ने इस मामले में विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
‘दीदी’ कहकर बुलाया और कर दिया रेप
बता दें कि पुणे का स्वारगेट बस डिपो महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (MSRTC) के सबसे बड़े बस डिपो में से एक है। पीड़ित महिला मेडिकल फील्ड में काम करती है। महिला ने बताया कि वह मंगलवार (25 फरवरी) की सुबह करीब 5.45 पर फलटण, सतारा की बस का इंतजार कर रही थी। तभी एक आदमी उसके पास आया और उसे ‘दीदी’ कह कर बुलाया। आदमी ने कहा कि सतारा की बसें दूसरे प्लेटफॉर्म पर आई है। उसकी बात सुनकर आरोपी रामदास उसे स्टेशन के किसी और प्लेटफॉर्म पर खाली खड़ी ‘शिव शाही’ एसी बस में ले गया।
बस में लाइटें बंद थीं और पूरी तरह से अंधेरा था, इसलिए महिला बस में चढ़ने से डर रही थी लेकिन आरोपी ने उसे बार-बार यह बताने की कोशिश की कि यही सही बस है। बस में ले जाने के बाद उसने महिला के साथ हैवानियत की और वहां से भाग गया। वहां से जाने से पहले उसने पीड़िता को धमकी दी कि किसी को इसके बारे में न बताए।
दोस्त के कहने पर महिला ने पुलिस को दी जानकारी
जानकारी के मुताबिक जिस वक्त महिला के साथ ये घटना घटी उस वक्त बस अड्डे पर बहुत सारी बसें और लोग मौजूद थे। वारदात के बाद पीड़ित महिला पुलिस के पास नहीं गई बल्कि दूसरी बस पकड़ कर अपने घर चली गई। सफर के बीच में उसने अपने किसी दोस्त को फोन कर पूरी बात बताई। इसके बाद, दोस्त की सलाह मानते हुए वह बस से उतरी और पुलिस स्टेशन पहुंची।
पुणे रेप केस को लेकर राजनीति शुरू
महाराष्ट्र में इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। शिवसेना यूबीटी के कार्यकर्ताओं ने स्वारगेट स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन करते हुए बस अड्डे के सिक्योरिटी ऑफिस में तोड़फोड़ की है। शरद पवार की एनसीपी एसपी से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने भी बीजेपी नीत महायुति सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जहां वारदात हुई, उसके पास ही पुलिस पोस्ट है और इसके बावजूद ऐसे खौफनाक मामले सामने आ रहे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए त्वरित एक्शन की मांग की है। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने मामले को लेकर एक्शन लेना शुरू कर दिया है।
पुणे के संरक्षक मंत्री अजित पवार ने कहा कि यह घटना शर्मनाक, दर्दनाक और आक्रोशित करने वाली है। अजित पवार ने कहा कि उन्होंने पुणे पुलिस आयुक्त को व्यक्तिगत रूप से इस मामले में ध्यान देने और इसकी जांच करते हुए आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा परिवहन विभाग मंत्री प्रताप सरनाईक ने सभी 33 प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड को निलंबित कर दिया है और MSRTC डायरेक्टर विवेक भीमनवार से सात दिन के अंदर विभागीय जांच की रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है।