बारिश से बदला मौसम का मिजाज, आज और कल बारिश को रहें तैयार..

Weather changed due to rain, be prepared for rain today and tomorrowWeather changed due to rain, be prepared for rain today and tomorrow

नई दिल्ली। Delhi Weather: देश के उत्तरी इलाकों में पिछले दो दिनों से पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल रहा है। इसके चलते उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात हो रहा है। वहीं, दिल्ली में भी कई स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हुई है और दिनभर बादल छाए रहे। इसके चलते जहां न्यूनतम तापमान में इजाफा हुआ, वहीं अधिकतम तापमान में कमी आई। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केन्द्र में दिन का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 1.1 डिग्री कम है। वहीं, न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 5.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। आर्द्रता का स्तर 75 से 56 फीसदी तक रहा।

ढाई डिग्री ज्यादा रहा फरवरी का पारा
राजधानी में इस बार फरवरी का पारा सामान्य से ढाई डिग्री ज्यादा रहा। ज्यादातर दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान अधिक रहे। मॉनसून की वापसी के बाद दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में बीच-बीच में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव देखने को मिलता है। इसकी वजह से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जहां बर्फबारी होती है, वहीं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश होती है। इस बार जनवरी और फरवरी में पश्चिमी विक्षोभों के कमजोर रहने के चलते अच्छी बारिश नहीं हुई।

मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार फरवरी का औसत अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि सामान्य तौर पर यह 24.2 डिग्री होना चाहिए। औसत न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए, जो इस बार 11.6 डिग्री रहा। यानी दिल्ली की रातें भी इस बार सामान्य से एक डिग्री ज्यादा गर्म रही हैं।

आगे कैसा रहेगा हाल
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, शनिवार एक मार्च को हल्की बारिश हो सकती है। रविवार को बूंदाबांदी की संभावना है। सोमवार को आसमान पर हल्के बादल छाए रहेंगे। मंगलवार को मौसम यूटर्न लेगा और बिलकुल साफ रहेगा। बुधवार को बादलों की आवाजाही रह सकती है। इसके बाद गुरुवार और शुक्रवार को मौसम साफ रहने की उम्मीद है। स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि अगले हफ्ते तक हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘3 से 4 मार्च तक बहुत तेज हवाएं चलने की उम्मीद है, जिससे न्यूनतम तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है। इससे प्रदूषण का स्तर भी अपेक्षाकृत कम रहेगा।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *