नई दिल्ली: मणिपुर में जारी संघर्ष के बीच रविवार को पांच जिलों में 42 हथियार और बड़ी संख्या में कारतूस सरेंडर किए गए है। इससे पहले भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने हथियार जमा कराए थे। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार को इंफाल पश्चिम और पूर्व, चुराचांदपुर, बिष्णुपुर और तामेंगलोंग जिलों में हथियार सुरक्षा बलों को सौंपे गए थे।
75 से अधिक कारतूस जमा
बिष्णुपुर जिले में दो पिस्तौल, छह ग्रेनेड और 75 से अधिक कारतूस सहित पांच हथियार जमा कराए गए। तामेंगलोंग जिले के कैमाई पुलिस स्टेशन में 17 देशी बंदूकें, नौ पोम्पी और कारतूस आत्मसमर्पण किए गए। वहीं याइंगंगपोकपी, पोरोमपट, चुराचांदपुर और लामसांग पुलिस स्टेशनों में करीब 10 हथियार और कारतूस जमा किए गए।
शनिवार को इंफाल पश्चिम जिले के सैरेमखुल इलाके में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने एक इंसास एलएमजी, एक एके-56 राइफल, तीन एसएलआर राइफल, एक एसएमजी 9 एमएम कार्बाइन, एक .303 राइफल, एक डीबीबीएल गन, चार ग्रेनेड और अन्य हथियार जब्त किए। सुरक्षा बलों ने कांगपोकपी जिले में थिंगसैट पहाड़ी के मार्क हिल में दो अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया। इसी तरह वाकन पहाड़ी में तीन अन्य बंकर भी गिराए गए।
सरकार ने बढ़ाई समय सीमा
राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने 20 फरवरी को निर्देश दिया था कि सात दिनों के भीतर लूटे गए हथियारों को जमा किया जाए। इस दौरान 300 से अधिक हथियार आत्मसमर्पण किए गए। वहीं बाद में जनता की मांग पर समय सीमा 6 मार्च तक बढ़ा दी गई।
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