Himachali Khabar : (Toll Tax Income) भारत देश में GST के बाद भी कई ऐसे टैक्स हैं, जो कि इसकी सीमा में नहीं आते हैं। इसमें प्रमुख टैक्स टोल टैक्स होता है। इस टैक्स को सरकार आम लोगों से टोल बूथों के जरिए वसूलती है। सरकार की ओर से टोल के जरिए मोटा पैसा वसूला जाता है और उन पैसों को सरकार रोड और हाईवे बनाने पर खर्च (Expenditure on building roads and highways) करती है। आइए आपको बताते हैं कि सरकार को टोल के जरिए कितना टैक्स मिलता है और सरकार लोगों के क्या सुविधाएं प्रोवाइड कराती है।
सरकार की ओर से टोल के जरिए मिलने वाले टैक्स के बारे में पिछले साल नवंबर में जानकारी दी गई थी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Highway Minister Nitin Gadkari) ने संसद में बताया था कि सरकार को नेशनल हाईवे पर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत चलने वाले टोल बूथों पर टैक्स के तौर पर 1.44 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि यह वसूली साल 2000 से लेकर आंकड़े बताए जाने के समय की बीच की कमाई है। सरकार की ओर से फास्टैग सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक तरीके से टैक्स वसूलने के तरीके को विकसित करने से इस दिशा में और तेजी आई है। टोल टैक्स की वसूली (toll tax collection)आसान हुई है साथ ही टैक्स की मात्रा भी बढ़ी है।
आपको मिलने वाली सुविधाएं (Facilities on toll tax)
अब आपके हम बताते हैं कि अगर आप किसी हाईवे पर जा रहे हैं आपके साथ कुछ अनहोनी हो जाती है, तो आपके पास क्या ऑप्शन हैं। मुसीबत के समय में आपकी सहायता के लिए सरकार की ओर से एक हेल्पलाइन नंबर (toll tax helpline number) जारी किया गया है, जिस पर कॉल करके आपकी समस्या का समाधान हो सकता है।
अगर आप किसी हाईवे पर फंस गए हैं। आपकी कार का पेट्रोल खत्म हो गया है या फिर आपकी कार का एक्सीडेंट हो गया है, तो आपको घबराना नहीं है। इसके लिए NHAI ने 1033 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जो कि आपकी मुसीबत के समय आपके काम आएगा। जब आप भी किसी मुसीबत में हों, तो इस नंबर पर कॉल कर लें। अगर आपकी कार का पेट्रोल खत्म हो गया है, तो आपके पास एक गाड़ी आएगी जो कि आपकी कार को गराज तक ले जाएगी और पेट्रोल की व्यवस्था करेगी। वहीं, एक्सीडेंट कि स्थिति में आपके पास एंबुलेंस आएगाी।