Himachali Khabar – (Effects Of Mustard Oil)। आजकल मार्केट में कई ऐसे खाद्य पदार्थ मिल रहे हैं, जिसमें भारी मात्रा में मिलावट की जाती है। इनमें से सबसे ज्यादा मिलावट सरसों के तेल में हो रही है। मिलावटी सरसों के तेल (fake mustard oil disadvantages) का सेवन करने की वजह से लोगों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर आप भी सरसों के तेल का सेवन कर रहे हैं तो आपको इसका सेवन करने से पहले तेल की जांच कर लेनी चाहिए, ताकि आपको आने वाले समय में परेशानी का सामना न करना पड़े।
इस तरीके से करें जांच-
सरसों के तेल की जांच (mustard oil purity test) करने के लिए सबसे पहले आपको एक छोटी सी कटोरी या बोतल में थोड़ा सा सरसों का तेल लेना होगा। इसके बाद आपको इस कटोरी को फ्रिज में रखना होगा और इसे कम से कम 2-3 घंटे के लिए ठंडा होने दें। कुछ घंटों बाद फ्रिज (mustard oil) से कटोरी को निकाल लें और इसे ध्यान से देखें। अगर तेल जम जाता है या इसकी सतह पर सफेद रंग का पदार्थ दिखाई देता है, तो तय मानिए कि यह तेल नकली है।
नकली तेल में से आएगी केमिकल की बदबू-
आपको सबसे पहले थोड़ा सा सरसों का तेल अपने हाथों पर लेना होगा और इसके बाद इस तेल (mustard oil test at home) को अच्छी तरह से अपने हाथो पर रगड़ना होगा। ऐसा करने पर अगर आपके हाथों पर कोई रंग निकलता है या तेल से किसी तरह की केमिकल जैसी बदबू आने लग जाती है तो आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि ये तेल नकली है। शुद्ध सरसों (how to identify pure mustard oil) का तेल हाथों पर कोई रंग नहीं छोड़ेगा और इसकी गंध भी काफी तीखी होती है।
बैरोमीटर टेस्ट की ले सकते हैं मदद-
सरसों के तेल की शुद्धता के बारे में पता करने के लिए आप बैरोमीटर टेस्ट (Barometer Test kya hota h) का भी यूज कर सकते हैं। असली सरसों के तेल की बैरोमीटर रीडिंग आमतौर पर 58 से 60.5 के बीच होती है। वहीं अगर अगर तेल की रीडिंग इस सीमा से ज्यादा होता है तो ये इस बात का संकेत है कि सरसों के तेल में किसी तरह की मिलावट हो सकती है। इसमें सस्ता तेल (Barometer Test of mustard oil) या अन्य पदार्थ को भी मिलाया जा सकता है। इसकी वजह से तेल का घनत्व बढ़ जाता है।
नाइट्रिक एसिड टेस्ट की लें मदद-
आप नाइट्रिक एसिड टेस्ट की मदद से भी आप सरसों के तेल की शुद्धता (purity of mustard oil) के बारे में जांच सकते हैं। असली सरसों के तेल में नाइट्रिक एसिड मिलाने पर किसी तरह का कोई खास बदलाव नहीं देखा जाता है। जबकि मिलावटी तेल के साथ प्रतिक्रिया करने पर रंग में बदलाव और अन्य परिवर्तन देखे जा सकते हैं।
इस टेस्ट के लिए ट्यूब में 5 ग्राम सरसों का तेल लें और इसमें कुछ बूंदें नाइट्रिक एसिड (nitric acid) मिलाएं। अगर तेल शुद्ध है तो उसके रंग में किसी तरह का कोई बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। वहीं अगर तेल नकली है तो इसका रंग बदलकर लाल या भूरा हो जाएगा जो इस बात की ओर इशारा करता है कि सरसों के तेल में किसी तरह की मिलावट की गई है।
तेल की गंध से भी कर सकते हैं पहचान-
एक छोटी कढ़ाई में आपको थोड़ा सा सरसों का तेल लेना है। तेल (pure mustard oil) को लेने के बाद इसे धीमी आंच पर गर्म करें। जैसे ही तेल गर्म हो जाता है और इसमें से धुआं निकलना शुरू हो जाता है तो आपको धुएं का रंग और तेल की गंध को ध्यान से देखना होगा। अगर तेल से तेज धुआं निकलता है और इसकी गंध थोड़ी कम हो जाती है, तो मुमकिन है कि यह तेल शुद्ध हो, लेकिन अगर धुआं (smoke from mustard oil) कम निकलता है या तेल की गंध में कोई किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होता है तो ये इस बात का संकेत है कि तेल में मिलावट हो सकती है।