प्रयागराज: यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जीआरपी (Government Railway Police) और आरपीएफ (Railway Protection Force) के जवानों द्वारा ट्रेनों की चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी अभियान के दौरान मुरी एक्सप्रेस 118309 के एक डिब्बे के से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां ट्रेन के टॉयलेट अजीबो-गरीब आवाज़ें आने के बाद जब दरवाजा खोला गया तो अंदर का नजारा देख वहां मौजूद टीटी और सुरक्षा कर्मियों के पैरों तले जमीन खिसक गई.
टॉयलेट में ऐसा क्या मिला
टॉयलेट का दरवाजा खोला तो पाया कि छत टूटी हुई थी और वहां 25 पैकेट गांजा छिपा हुआ था। बरामद गांजे का कुल वजन 50 किलोग्राम था, जिसमें प्रत्येक पैकेट 2 किलो का था। इतनी बड़ी मात्रा में गांजा मिलने से रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और ट्रेन के अन्य डिब्बों की भी जांच की गई। हालांकि गांजा तस्करी में शामिल किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। फिलहाल पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और तस्करों की पहचान के लिए सुराग जुटा रही है।
नशीले पदार्थों की तस्करी
इससे पहले भी ट्रेनों में गांजा और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले सामने आते रहे हैं। झांसी खंड से गुजरने वाली ट्रेनों में टिकट जांच के दौरान टीटी को एक टॉयलेट से दुर्गंध आई। जब दरवाजा खोला गया तो अंदर धुएं का गुबार दिखा, जिससे स्पष्ट हुआ कि कुछ यात्री बाथरूम में बैठकर नशा कर रहे थे। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कई यात्री बर्थ या सीट पर धूम्रपान न कर बाथरूम में छिपकर गांजा और सिगरेट पीते हैं। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि ट्रेनों में नशीले पदार्थों की तस्करी या सेवन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच जारी है और पुलिस गांजा तस्करी के इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए कड़ी निगरानी कर रही है।
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