Himachali Khabar
हरियाणा प्रदेश में मौसम के अंदर पिछले कई दिनों से बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम आगे कैसा रहेगा, इसके लिए कृषि मौसम विज्ञान विभाग चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार ने मौसम पूर्वानुमान जारी किया ाहै।
हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 5 मार्च तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान पश्चिमीविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 3 व 4 मार्च के दौरान बीच-बीच में हवाओं में बदलाव आने से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच बीच में आंशिक बादलवाई रहने की संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट जारी रहने की संभावना है। परंतु 5 मार्च के बाद उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने से फिर से रात्रि तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
डॉ मदन खीचड़
विभागाध्यक्ष
कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार आज पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में दिखाई दे रहा है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ उत्तर ईरान और आसपास के क्षेत्रों में 3.1 से 9.6 किमी की ऊंचाई के बीच एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में मौजूद है। गंगा के पश्चिमी बंगाल से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक निचले स्तरों में एक द्रोणिका (ट्रफ) फैली हुई है।
पूर्वी असम के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण देखा जा रहा है।
मौसम की संभावित गतिविधि
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटे को दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ़़्फराबाद, जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में छिटपुट हल्की बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां काफी बढ़ सकती हैं, जो 2 या 3 मार्च तक जारी रह सकती हैं।
े 2 मार्च तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बर्फबारी और बारिश की संभावना है। 1 मार्च को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 2 मार्च को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में हल्की बारिश संभव है