ट्रप की धुलाई के बाद बोला जेलेंस्कीः राष्ट्रपति पद छोडूंगा, मिनरल डील भी करूंगा, बस…..

After Trump's thrashing, Zelensky said: I will leave the post of President, I will also do the mineral deal, that's it...After Trump's thrashing, Zelensky said: I will leave the post of President, I will also do the mineral deal, that's it...

लंदन: यूरोप में मीटिंग के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का रुख अमेरिका को लेकर नरम पड़ने लगा है. जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ रिश्ते सुधार सकते हैं, लेकिन इसके लिए बातचीत बंद कमरों में जारी रखने की जरूरत है. जेलेंस्की ने कहा कि अगर सुरक्षा गारंटी मिलती है और यूक्रेन को नाटो सदस्यता मिलती है तो वह पद छोड़ने को भी तैयार हैं. उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि यूक्रेन रूस के साथ शांति समझौते में अपना इलाका बिल्कुल भी नहीं छोड़ेगा. वहीं अमेरिका के साथ मिनरल डील करने को लेकर भी वह तैयार दिखे. शुक्रवार को ओवल ऑफिस में हुई मीटिंग के दौरान ट्रंप और जेलेंस्की में बहस हुई थी. ट्रंप ने जेलेंस्की पर अमेरिका के अपमान और तीसरे विश्वयुद्ध को भड़काने का आरोप लगाया था. इस मीटिंग के बाद इस बात पर संदेह हो गया है कि क्या अमेरिका यूक्रेन को समर्थन देता रहेगा या नहीं.

जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों के समर्थन के लिए आभार जताया. साथ ही उन्होंने रविवार को हुई बातचीत में को लेकर कहा कि यूरोपीय नेताओं ने अमेरिका को भेजने के लिए एक शांति योजना तैयार करने पर सहमति जताई है. जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को अमेरिका से सुरक्षा गारंटी की उम्मीद है, जो रूस को भविष्य में हमला करने से रोकने के लिए जरूरी है. उन्होंने कहा कि हम अमेरिका का महत्व समझते हैं और एक भी दिन ऐसा नहीं आया जब हमने अमेरिका का अहसान न माना हो. रविवार को यूरोपीय नेताओं के साथ शिखर सम्मेलन के बाद जेलेंस्की लंदन हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस दौरान ओवल ऑफिस में हुई घटना को लेकर भी वह संतुलन बनाते दिखे.

अमेरिका की मदद पर जेलेंस्की का जवाब
जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अमेरिका यूक्रेन को सहायता बंद करेगा, क्योंकि एक सभ्य दुनिया के नेता रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मदद नहीं देना चाहेंगे. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भी नतीजे के लिए तैयार हैं. ओवल ऑफिस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच एक मिनरल डील होनी थी. लेकिन बहस के चलते इस डील पर हस्ताक्षर नहीं हो सके. इसे लेकर जेलेंस्की ने कहा, ‘हमने इसे साइन करने पर सहमति जताई थी और हम इसके लिए तैयार हैं. मुझे लगता है कि अमेरिका भी तैयार होगा.’ अमेरिका की ओर से यूक्रेन को दी गई मदद के बदले ट्रंप ने मिनरल डील की मांग की थी. क्योंकि यूक्रेन में लिथियम और दुर्लभ खनिजों का भंडार है जो अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है.

रूस को नहीं देंगे यूक्रेन की जमीन
जेलेंस्की किसी भी तरह से अमेरिका का विरोध करने से बचते रहे. उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ, उस पर वह नहीं जाना चाहते और भविष्य के लिए एक मजबूत युद्धविराम चाहते हैं. जेलेंस्की ने फिर दोहराया कि वह अपनी जमीन का एक भी इंच रूस को नहीं देंगे. उन्होंने कहा, ‘हर किसी को समझना चाहिए कि यूक्रेन रूस के कब्जे वाले किसी भी क्षेत्र को रूसी क्षेत्र के रूप में नहीं मानेगा. हमें उम्मीद है कि ये गारंटी रूस की ओर से किसी भी हमले को पूरी तरह रोक देगी.’

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