Bihar News : बिहार में भागलपुर वालों के लिए रेल ओवर ब्रिज (ROB) शीतला स्थान चौक से गोराडीह सड़क तक बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 122 करोड़ रुपये खर्च होंगे जबकि अप्रोच पथ के भू-अर्जन पर 75 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यानी बौंसी रेलवे पुल के ऊपर से गुजरने वाले फ्लाइओवर का निर्माण करीब सौ करोड़ रुपये का होगा। इसका प्राक्कलन जिसे बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने बनाया है मुख्यालय को भेजा गया है।
दक्षिणी क्षेत्र में भोलानाथ फ्लाइओवर (शीतला स्थान से भीखनपुर) के बाद मिरजानहाट एक और रेल ओवर ब्रिज बनेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहर के दक्षिणी हिस्से से कनेक्टिविटी को सुगम बनाने के लिए एक अतिरिक्त फ्लाइओवर की स्थापना की घोषणा की थी। यह फ्लाईओवर मिरजानहाट से बौंसी रेल पुल संख्या-2 बनेगा जो शीतला स्थान से बाइपास की ओर जाएगा और अभी बन रहे भोलानाथ पलाइओवर में मिल जाएगा।
यह भी मिरजानहाट और गुड़हट्टा चौक वाली सड़क से बाइपास की ओर जुड़ जाएगा। इसके लिए पुल निर्माण निगम ने एक लाइन प्लान बनाया है। दिल्ली की संस्था इसे संभालती है। दो प्रकार के प्रस्ताव बनाए जा रहे हैं।
- पहला – बौंसी रेल पुल संख्या-2 के बीच में शीतला स्थान से फ्लाइओवर बनाने का प्रस्ताव।
- दूसरा – फ्लाइओवर को चारों ओर से मिलने का प्रस्ताव है जिसकी एक किलोमीटर की लंबाई होगी।
900 मीटर होगी इस फ्लाइओवर की लंबाई
- फ्लाइओवर की पूरी लंबाई 900 मीटर होगी लेकिन अप्रोच के साथ यह सवा दो किलोमीटर लंबा होगा।
- यह शीलता स्थान से 550-600 मीटर और गोराडीह से 600-700 मीटर दूर होगा।
- भोलानाथ फ्लाइओवर की ओर इस फ्लाइओवर की चौड़ाई 8.5 मीटर होगी।
बताया गया कि सिकंदरपुर मिरजानहाट सहित चारों ओर अप्रोच निकालने की भी योजना है गोलंबर को शीतला स्थान चौक (लक्ष्मण विवाह भवन) के पास बनाने की भी योजना है। इससे भागलपुर-हंसडीहा एनएच सीधे जुड़ जाएगा। चारो तरफ कनेक्टिविटी होने से जाम से छुटकारा मिलेगा। यातायात आसान होगा।
गोराडीह में बनेगा अंतरराज्यीय बस स्टैंड
गोराडीह में एक अंतरराज्यीय बस स्टेशन बनाने का प्रबंध है। इस फ्लाइओवर के बनने से संपर्क बढ़ेगा। बस स्टैंड आने-जाने वालों के लिए आरामदायक होगा। बौंसी रेल पुल के पास फ्लाइओवर बनाने से फोरलेन सड़क को पार करना आसान होगा। बौंसी रेल पुल संख्या-2 में भी जलजमाव की समस्या है। इससे दक्षिणी क्षेत्र और शहर के बाकी भाग के लोग भोलानाथ फ्लाइओवर से सीधे बौंसी फ्लाइओवर तक जा सकेंगे और वहां से मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन सड़क तक जा सकेंगे। दक्षिणी क्षेत्र में रहने वाले लगभग डेढ़ लाख लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।