स्मार्ट मीटर के साथ भूलकर भी मत करना ये काम, वरना हो सकती है ये बड़ी दिक्क्त ◦◦

स्मार्ट मीटर के साथ भूलकर भी मत करना ये काम, वरना हो सकती है ये बड़ी दिक्क्त ◦◦

Smart Electricity Meter: बिहार में बिजली उपभोक्ताओं को समय पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने की सख्त हिदायत दी गई है. यदि किसी उपभोक्ता ने पिछले तीन महीनों से रिचार्ज नहीं किया है, तो उन्हें तुरंत यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी. ऐसा न करने पर चौथे महीने में उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा. इससे बचने के लिए उपभोक्ताओं को जल्द से जल्द अपने मीटर का रिचार्ज कर लेना चाहिए.

बिजली विभाग का उपभोक्ताओं को मैसेज और नोटिस

बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को मैसेज और नोटिस भेजकर इसकी जानकारी दी है. विभाग की ओर से जारी मैसेज में लिखा गया है कि यदि उपभोक्ता ने पिछले तीन महीने से रिचार्ज नहीं किया है, तो अगले 15 दिनों के भीतर यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी. अन्यथा बिहार इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कोड (BESC), 2007 की धारा 7.6 के तहत उनका कनेक्शन स्थायी रूप से काट दिया जाएगा. साथ ही, बकाया राशि की वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.

1.50 लाख उपभोक्ताओं ने नहीं किया रिचार्ज

बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने के बाद उपभोक्ताओं को अपनी बिजली जरूरतों के अनुसार रिचार्ज करना होता है. प्रदेश में कुल 60 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं. हालांकि इनमें से 1.50 लाख उपभोक्ताओं ने तीन महीने से रिचार्ज नहीं किया है. बिजली कंपनी अब इन उपभोक्ताओं से संपर्क कर रही है और उन्हें समय रहते रिचार्ज करने की सलाह दी जा रही है.

मैसेज और कॉल के जरिए उपभोक्ताओं को दी जा रही है जानकारी

बिजली कंपनी उपभोक्ताओं को लगातार मैसेज और फोन कॉल के जरिए रिचार्ज करने के लिए सूचित कर रही है. अगर उपभोक्ता फोन कॉल का जवाब नहीं देते हैं, तो बिजली विभाग के कर्मचारी उनके घर जाकर मीटर की जांच करेंगे. यदि उपभोक्ता को बिजली की जरूरत नहीं है, तो पहले उनके बकाया फिक्स चार्ज की वसूली की जाएगी और फिर उनका कनेक्शन स्थायी रूप से हटा दिया जाएगा.

पटना में 7 लाख उपभोक्ताओं में 6 लाख के पास स्मार्ट मीटर

पटना इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई अंडरटेकिंग (PESU) के अंतर्गत आने वाले 7 लाख उपभोक्ताओं में से 6 लाख उपभोक्ताओं के घरों में पहले ही स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं. इससे बिजली चोरी रोकने में काफी हद तक मदद मिली है. हालांकि अब भी कई उपभोक्ता अलग-अलग तरीकों से बिजली चोरी करने की कोशिश कर रहे हैं.

बिजली चोरी के मामलों में बढ़ोतरी

बिजली विभाग की जांच में यह पाया गया है कि 10 से 15 प्रतिशत उपभोक्ता मीटर टैंपरिंग, बायपास और अन्य अवैध तरीकों से बिजली चोरी कर रहे हैं. बिजली विभाग ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है. चोरी पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है और भारी जुर्माना भी लगाया जा रहा है.

स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को क्या फायदा?

स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ताओं को कई तरह के फायदे मिलते हैं. यह प्रीपेड सिस्टम होने के कारण उपभोक्ताओं को अपनी जरूरत के हिसाब से रिचार्ज करने की सुविधा मिलती है. इससे बिजली बिल का बोझ कम होता है और अनावश्यक खर्च से भी बचा जा सकता है. साथ ही बिजली की खपत को भी उपभोक्ता अपने मोबाइल एप के जरिए आसानी से मॉनिटर कर सकते हैं.

समय पर रिचार्ज न करने के नुकसान

यदि उपभोक्ता समय पर रिचार्ज नहीं करते हैं, तो उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है:

  1. बिजली कनेक्शन कट जाने के बाद उन्हें बिजली विभाग के कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं.
  2. दोबारा कनेक्शन लेने के लिए उन्हें अतिरिक्त शुल्क और बकाया राशि चुकानी पड़ सकती है.
  3. लंबी प्रक्रिया के कारण उन्हें कुछ समय तक बिना बिजली के रहना पड़ सकता है.
  4. यदि कनेक्शन स्थायी रूप से काट दिया गया, तो उन्हें नया कनेक्शन लेना पड़ेगा, जिसके लिए अतिरिक्त औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी.

उपभोक्ताओं के लिए क्या है समाधान?

बिजली कनेक्शन से जुड़ी परेशानियों से बचने के लिए उपभोक्ताओं को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • अपने स्मार्ट मीटर को समय-समय पर रिचार्ज करते रहें.
  • मोबाइल एप या बिजली विभाग की वेबसाइट के जरिए रिचार्ज की स्थिति को चेक करते रहें.
  • यदि किसी कारणवश रिचार्ज करने में देरी हो रही है, तो बिजली विभाग से संपर्क कर उचित समाधान प्राप्त करें.
  • बिजली चोरी से बचें और अपने मीटर को सुरक्षित रखें.