Hapur murder case: हापुड़ के कोतवाली क्षेत्र में शिवगढ़ी श्मशान घाट के पास 14 अप्रैल 2025 को एक 40 वर्षीय विधवा अंजू की धारदार हथियार से हत्या ने इलाके में सनसनी फैला दी. पुलिस ने इस मामले में हत्यारोपित इरशाद को गिरफ्तार कर लिया है जो मृतका का प्रेमी था. पूछताछ में इरशाद ने खुलासा किया कि अंजू की ब्लैकमेलिंग और रुपये की मांग से तंग आकर उसने हत्या की साजिश रची. पुलिस ने हत्यारोपित से हत्या में दरांती, चाकू और अंजू का मोबाइल फोन बरामद कर लिया है.
प्रेम और ब्लैकमेलिंग की खौफनाक कहानी
इरशाद ने बताया कि डेढ़ साल पहले उसकी अंजू से दोस्ती हुई थी. दोनों के बीच आपसी सहमति से शारीरिक संबंध भी बने. शुरुआत में इरशाद अंजू की आर्थिक मदद करता था लेकिन आठ महीने पहले अंजू का व्यवहार बदल गया. वह लगातार रुपये की मांग करने लगी और न देने पर अभद्रता और मारपीट तक करती थी. इरशाद ने बताया ‘अंजू ने मुझे मुकदमा दर्ज कराने और जेल भिजवाने की धमकी दी थी.’ इससे तंग आकर उसने अंजू को रास्ते से हटाने का फैसला किया.
हत्याकांड का कैसे बना प्लान?
14 अप्रैल की दोपहर इरशाद ने अंजू को मिलने के बहाने शिवगढ़ी श्मशान घाट के पास बुलाया. जहां वह अक्सर मिलते थे. उसने अपने साथ गन्ना छीलने की दरांती और चाकू लिया. अंजू के पहुंचते ही इरशाद ने पहले चाकू और फिर दरांती से हमला कर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद उसने शव को कूड़े के ढेर में छिपाया और अंजू का मोबाइल व हथियार नाले में फेंककर फरार हो गया. पुलिस ने इरशाद की निशानदेही पर ये सामान बरामद कर लिया.
मृतका अंजू मोहल्ला कन्हैयापुरा की रहने वाली थी. तीन साल पहले उसके पति बंटी की बीमारी से मृत्यु हो गई थी. वह अपने दो बेटों के साथ रहती थी और लोगों के घरों में काम करके परिवार का भरण-पोषण करती थी. उसकी बेटी अंशिका गौतमबुद्धनगर में अपनी बुआ के पास रहती है. मंगलवार सुबह एक किसान ने श्मशान घाट के पास अंजू का शव देखा. जिसके गले और पीठ पर गहरे घाव थे. जानवरों ने भी शव को नोंच लिया था.
एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इरशाद को मोहल्ला मजीदपुरा से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसने अपराध कबूल लिया. इरशाद को न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया. पुलिस ने इस मामले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए त्वरित कार्रवाई की.