राजस्थान। छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक हैवानियत का मामला सामने आया है। जहां पर राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के लड़कों को आइसक्रीम फैक्ट्री में मजदूरी के लिए ले गए। यहां पर नाबालिग लड़कों को करंट लगाकर पीटा गया। नाबालिगों के साथ अमानवीय हरकतें भी की गईं। पीड़ित युवक रहम की भीख मांगते रहे, लेकिन हैवान ठेकेदारों को उनपर तरस भी नहीं आया।
छत्तीसगढ़ ले जाकर करंट लगाया
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के आसींद क्षेत्र से नाबालिग लड़कों के साथ करंट लगाने का मामला सामने आया है।गुलाबपुरा क्षेत्र के लड़कों को मजदूरी के नाम पर छत्तीसगढ़ ले जाकर करंट दिया गया।सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लड़के जान की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं।वह वीडियो में बोल रहे हैं कि “मेरे पिताजी को बुला लो।” जिस पर हैवान ठेकेदार कहते हैं कि, “मर जाओगे तो घर ले चले जाएंगे। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं।”।
हैवानियत की हदें पार
जानकारी के मुताबिक, आसींद विधानसभा क्षेत्र के कानिया गांव के अभिषेक भांबी व विनोद भांबी को क्षेत्र के ही कुछ व्यक्तियों द्वारा आइसक्रीम फैक्ट्री के काम के लिए छत्तीसगढ़ के कोरबा ले जाया गया। जहां उनके साथ चित्तौड़गढ़ के रहने वाले ठेकेदार छोटू गुर्जर तथा मुकेश शर्मा ने इंसानियत की सारी हदें पार कर दीं। उन्होंने लड़कोंको बिजली के तारों द्वारा करंट दिया। जिसमें लड़के हाथ जोड़कर जान बचाने की गुहार कर रहे हैं।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
जैसे-तैसे जान बचाकर भागे अभिषेक व विनोद भांबी जब गांव पहुंचे तो ठेकेदार के लोगों ने वहां पर भी उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी। अभिषेक व विनोद के परिवार में चार भाई-बहन हैं। उनके पिता ट्रक ड्राइवर हैं। आरोप लगाया गया है कि पीड़ित के परिजनों द्वारा जब गुलाबपुरा थाना अधिकारी को शिकायत दी गई तो इस घटना की सूचना पर भी पुलिस ने इस मामले की कोई जांच नहीं की।
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