Digital Gold Investment: सोने की खरीदारी के लिए सबसे शुभ अवसर माना जाता है। समय के साथ निवेश की सोच में भी बदलाव आया है। अब सोना केवल पहनावे के लिए ही नहीं, बल्कि लॉन्ग टर्म रिटर्न और सुरक्षित निवेश के नजरिए से भी पसंद किया जा रहा है।
फिजिकल गोल्ड के साथ डिजिटल गोल्ड भी एक विकल्प
अब सोने में निवेश का मतलब सिर्फ फिजिकल गोल्ड ही नहीं रह गया है। डिजिटल गोल्ड की तरफ भी लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा है। अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो ज्वेलरी के अलावा डिजिटल और टैक्स-फ्रेंडली विकल्प भी मौजूद हैं।
गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (Gold ETF)
अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं लेकिन फिजिकल गोल्ड की देखरेख से बचना चाहते हैं, तो गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (Gold ETF) एक बेहतरीन विकल्प है।
ये मुख्य रूप से 99% शुद्धता वाले गोल्ड बुलियन में निवेश करते हैं।
डिजिटल फॉर्मेट में निवेश का मौका देते हैं।
स्टॉक एक्सचेंज पर आसानी से खरीद-बिक्री की जा सकती है।
टैक्स के लिहाज से भी फायदेमंद होते हैं।
अगर दो साल से अधिक समय तक होल्ड किया जाए तो इसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) के तहत माना जाता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB): ब्याज के साथ टैक्स बचत भी
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB) सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं और सोने में निवेश का एक सुरक्षित विकल्प माने जाते हैं।
इसमें आपको 2.5% का वार्षिक ब्याज मिलता है।
5 साल या उससे अधिक समय तक होल्ड करने पर टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है।
फिजिकल गोल्ड रखने की जरूरत नहीं होती, फिर भी सोने के मूल्य का लाभ मिलता है।
गोल्ड म्युचुअल फंड्स: ETF का विकल्प
गोल्ड म्युचुअल फंड्स असल में गोल्ड ETF में निवेश करने वाले फंड्स होते हैं।
इसमें खर्च अनुपात (Expense Ratio) ज्यादा होता है।
यह ETF की तुलना में थोड़े कम फायदेमंद माने जाते हैं।
फिर भी, यह एक डिजिटल और आसान तरीका है सोने में निवेश का।
सोने का प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाएं
पिछले तीन वर्षों में सोने ने लगभग 18% के वार्षिक चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़त दिखाई है। वैश्विक अनिश्चितता, बढ़ती महंगाई और भू-राजनीतिक तनाव के चलते सोने की कीमतों में मजबूती आई है। हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में इसमें थोड़ा स्थिरता आ सकती है।
निवेश में समझदारी जरूरी
विशेषज्ञों की सलाह है कि अक्षय तृतीया पर सोने में निवेश को केवल अल्पकालिक लाभ के रूप में न देखें। इसे अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के उद्देश्य से जोड़ें।
निवेश हमेशा चरणबद्ध तरीके (Staggered Investment) से करें।
कुल पोर्टफोलियो का केवल 5–10% हिस्सा ही सोने में निवेश करें।
गोल्ड ETF, SGB और गोल्ड म्युचुअल फंड्स के डिजिटल विकल्पों पर भी ध्यान दें।