सिरसा में फायर कर्मचारियों ने फायर अधिकारी को सौंपा ज्ञापन, 12 जून को पंचकूला में काले झंडे लेकर डायरेक्टर का करेंगे घेराव


Himachali Khabar

हरियाणा के सिरसा में फायर कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर कमचारियों ने ऐलनाबाद के प्रधान रणबीर सिंह की अध्यक्षता में फायर अधिकारी को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन एवं निकाय मंत्री विपुल गोयल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। उनके साथ रोहताश मेहरिया, रामनिवास, अनिल, अजय कुमार, कृष्ण कुमार, कुलदीप सिंह, अमित, राजेंद्र बिश्नोई मौजूद थे। कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने बताया कि अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मांगों का समाधान काफी ल बे समय से नहीं हो पा रहा है। अनेक बार संघ व सरकार के बीच वार्ता हुई है और वार्ताओं में सरकार ने अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मांगे, 58 वर्ष की नौकरी की गारंटी देने, 5000 रूपये जोखिम भत्ता देने, 1327 पे रोल कर्मचारी व हकरन कर्मचारियों को फायर ऑपरेटर के सृजित पदों पर समायोजित करने, डीएमसी को पावर देने सहित अन्य मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन किसी भी मांग का समाधान नहीं हो पाया है। 7 अगस्त 2024 को तत्कालीन निकाय मंत्री सुभाष सुधा की अध्यक्षता में संघ व सरकार के बीच कर्मचारियों की मांगों के समाधान हेतु चण्डीगढ़ में वार्ता हुई। वार्ता में कर्मचारियों की कई अहम मांगों पर फैसला हुआ, इस वार्ता में भी अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मांगों को संघ ने सरकार के समक्ष रखा, जिसपर निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मांगों के समाधान हेतु जल्द ही मु यमंत्री जी के साथ बैठक करवाने का ठोस आश्वासन दिया। अभी तक न तो मानी गई मांगों के पत्र जारी हुये हैं और न ही मु यमंत्री के साथ बैठक हुई है। सरकार के इस रवैये से अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों में रोष है। इसी के रोष स्वरूप निर्णय लिया गया है कि 3 जून 2025 को मु य अग्निशमन केन्द्रों पर प्रदर्शन करते हुये फायर अधिकारियों के माध्यम से सरकार को आन्दोलन का नोटिस सौंपे जाएंगे। 12 जून 2025 को अग्निशमन निदेशक के पंचकुला कार्यालय पर काले झण्डे लेकर प्रदर्शन करते हुये काला दिवस मनाया जायेगा और 29 जून 2025 को राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री के फरीदाबाद स्थित आवास पर प्रदर्शन किया जाएगा। यदि इसके बाद भी अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं किया गया तो संघ बड़ा आन्दोलन करने का मजबूर होगा।
ये है कर्मचारियों की प्रमु ा मांगें:
फायर विभाग को निकाय विभाग में शामिल किया जाए, वर्ष 2018 के समझौते के तहत 2016 के नियमों में योग्यता पूरी करने वाले पे-रोल व हकरन के फायर कर्मचारियों को फायर ऑपरेटर के सृजित पदों पर समायोजित किया जाए, जॉब सिक्योरिटी एक्ट 2024 के अनुसार फायर के कच्चे कर्मचारियों की 58 वर्ष की नौकरी की गारन्टी का पत्र जारी किया जाए। सभी कच्चे कर्मचारियों को नियमित किया जाए नियमित होने तक सभी भत्तों सहित समान काम समान वेतन दिया जाए। जोखिम भत्ता 5000 रूपये दिया जाए व पुलिस विभाग की तर्ज पर वर्दी भत्ता व धुलाई भत्ता दिया जाए। कच्चे कर्मचरियों को रिटायर्ड होने पर या मृत्यु होने पर 20 लाख रूपये आर्थिक सहायता दी जाए। एलटीसी का भुगतान किया जाए। फायर कर्मचारियों का तबादला उनके गृह जिले में किया जाए। वर्ष 2018 से लेकर अब तक जिन फायर चालकों ने फायर फाईटिंग का कोर्स किया है, उन्हें डीए का भुगतान किया जाए व डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया जाए। आग बुझाने में घायल होने पर कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा दी जाए। नियमित कर्मचारियों को बिना शर्त के प्रमोशन व एसीपी का लाभ दिया जाए। पहले से फायर फाईटिंग का कोर्स कर चुके कर्मचारियों से दोबारा फायर फाईटिंग का कोर्स ना कराया जाए। कच्चे कर्मचारियों का पिछले 4 वर्ष में वेतन नहीं बढ़ाया गया है, उनके वेतन में बढ़ोतरी कर ऐरियर सहित वेतन का भुगतान किया जाए। नियमित कर्मचरियों की तर्ज पर कच्चे कर्मचारियों को भी इच्छा अनुसार के कोर्स पर भेजा जाए। जीवन सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं।

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