Himachali Khabar
हरियाणा के सिरसा में कई गांवों के अंदर पेयजल की समस्या चल रही है। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गर्मी के मौसम में गांवों में पेयजल की आपूर्ति नियमित होने के दावे कर रहे हैं, लेकिन धरातल पर स्थिति बिल्कुल विपरीत है। ग्रामीण इलाकों में लोग नहरी पानी की जगह बोरवेल के भूमिगत पानी पर निर्भर हैं। पिछले तीन माह से म मड़ डिस्ट्रीब्यूटरी में पानी नहीं आने के कारण 8 गांवों के ग्रामीणों में रोष फैल गया है। नहर में पानी नहीं होने के चलते 100 से ज्यादा ग्रामीण एकत्र होकर लघुसचिवालय पहुंचे।
ग्रामीणों ने डीसी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले तीन माह से नहर में पानी नहीं है। जलघर के टैंक सूखे पड़े हैं। मजबूरन ट्यूबवेल का खारा पानी पीने को मजबूर हैं। जिससे गांवों में पेट संबंधी बीमारियों भी फैल रही हैं। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग 8 गांवों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। डिस्ट्रीब्यूटरी में पानी नहीं होने से सभी गांवों के टैंक खाली हो चुके हैं। पानी की मांग निरंतर बढ़ रही है और आने वाले दिनों में मांग और बढ़ेगी। इसको लेकर अभी तक टैंकों का पानी पूर्ति करने में सक्षम नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर जल्द ही डिस्ट्रीब्यूटरी में पानी नहीं आए तो गांवों में जलसंकट गहरा जाएगा, जिस कारण लोगों को मजबूर सड़कों पर उतरना पड़ेगा। पेयजल संकट को लेकर डीसी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के अंदर समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।