Himachali Khabar
सिरसा जिले के गांव दड़बा कलां स्थित अखाड़ा में योगी जिन्दर नाथ की भीषण गर्मी में लगातार 5 धूनों के बीच तपस्या रविवार को तपस्या संपन्न हुई। तपस्या के समापन पर संत सम्मेलन व भंडारा आयोजित किया गया। वहीं भजन मंडली ने भजनों से गुणगान किया। इसी के साथ ही भंडारा आयोजित किया गया। गांव में सुख शांति के लिए गर्म धूनों के बीच महाराज 41 दिन तक धूनों के बीच तपस्या की। महाराज जिन्दर नाथ 9 बार आग के धूनों के बीच तपस्या कर चुके हैं। दड़बा कलां अखाड़ा में उनकी तीसरी तपस्या है।
आखड़ा में रविवार को तपस्या पूरी होने पर सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें बाहर से पहुंचे संत बाल योगी ओंकर नाथ, महंत सेवानाथ, महंत सेवानाथ, राजेंद्र नाथ, भंवरनाथ, नानू नाथ, रंगनाथ, भंवरनाथ, बालू नाथ ने सत्संग में प्रवचन करते हुए कहा कि हमें अच्छे कर्म करने चाहिए। इससे फल भी अच्छे मिलेंगे। सभी पुण्य का कार्य करें
लोगों की जुड़ी है आस्था
आपको बता दें कि दड़बा कलां के अखाड़ा से काफी आस्था लोगों की है। यहां पर शीशनाथ, बधाईनाथ व सुकराई नाथ की सामधी बनी हुई हैंं। जहां पर सुबह शाम लोग माथा टेकने के लिए पहुंचते हैं। यहां पर मन्नतें भी पूरी होती है। गांव के लोगो की अपार श्रद्धा है और स्वयं गांव के लोगो का मानना है यहां पर माथा टेकने से उनके काम सफल हुए हैं।
सर्दी के मौसम में ठंडे पानी की जलधारा के बीच करते हैं तपस्या
अखाड़ा में बाबा योगी जिन्दर नाथ सर्दी के मौसम में ठंडे पानी की धारा में तपस्या करते हैं। गांव में सुख शांति के लिए उनकी तपस्या 21 दिनों तक तपस्या चलती है। तपस्या के अंतिम दिन 108 पानी के मटकों के नीचे जलधारा के नीचे तपस्या करते हैं।