हिमाचल में स्वाइन फ्लू से 21 वर्षीय युवती की मौत, स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट, परिवार के सदस्यों के भी सैंपल लिए!


ऊना। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में स्वाइन फ्लू से युवती की मौत हो गई है। उपमंडल बंगाणा के चौकीमन्यार गांव की 21 वर्षीय युवती की स्वाइन फ्लू से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। विभाग ने मृतका के परिजनों सहित अन्यों के करीब पांच सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। साथ ही एक टीम का गठन कर न केवल दवाई भी दी गई, बल्कि लोगों को स्वाइन फ्लू को लेकर जागरूक किया गया। बता दें कि चौकीमन्यार की एक युवती को बुखार, सिर दर्द व सांस लेने की दिक्कत के कारण एचसी धुसाड़ा लाया गया था। युवती की लगातार बिगड़ती तबीयत को देखते हुए डॉक्टरों ने क्षेत्रीय अस्तपाल ऊना रेफर कर दिया।

पीजीआई चंडीगढ़ में स्वाइन फ्लू की पुष्टि
स्वास्थ्य में कोई सुधार न होने व स्वाइन फ्लू जैसे लक्षण देखे जाने के युवती को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया। अगले दिन हुई जांच के दौरान युवती में स्वाइन फ्लू टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। चिकित्सकीय प्रयासों के बावजूद 28 अक्टूबर को पीजीआई चंडीगढ़ में युवती की मृत्यु हो गई।

युवती की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
इस घटना से पूरे क्षेत्र में चिंता का माहौल बन गया है। स्वाइन फ्लू से हुई युवती की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया। विभाग ने मृतक के परिजनों सहित आस-पास के करीब पांच सैंपल लिए और जांच के लिए भेज दिए गए। साथ ही ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।

परिवार के सैंपल जांच के लिए भेजे
जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसके वर्मा ने बताया कि घटना के तुरंत बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव में पहुंचीं और मृतका के परिजनों के साथ-साथ आसपास रह रहे लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। विभाग द्वारा चौकीमन्यार सहित आसपास के गांवों में नियमित निगरानी और स्वास्थ्य जांच की जा रही है, ताकि बीमारी के किसी भी संभावित प्रसार को रोका जा सके।

लक्षण दिखने पर तुरंत अस्पताल जाएं
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति बुखार, खांसी या सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण महसूस होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करे और स्व-उपचार से बचे।

लक्षण और बचाव के उपाय
स्वाइन फ्लू एक संक्रामक रोग है, जिसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं। इसमें तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, शरीर में दर्द, थकान और कभी-कभी उल्टी या दस्त हो सकते हैं। गंभीर मामलों में सांस लेने में कठिनाई और सीने में दर्द भी देखा जाता है। स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए स्वच्छता और सतर्कता बेहद जरूरी है।

नियमित रूप से हाथ साबुन या सैनिटाइजर से धोएं। खांसते या छींकते समय रूमाल या टिश्यू का उपयोग करें और उसे तुरंत नष्ट करें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें। संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें। शरीर में बुखार, खांसी या गले में दर्द जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पौष्टिक आहार लें, पर्याप्त नींद लें और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं। बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें। घर और आसपास की सफाई बनाए रखें ताकि संक्रमण का खतरा कम हो।

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