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5 ऐसे शिव मंदिर जहां छुपा हैं रहस्य का खजाना, भक्तों की दर्शन मात्र से पूरी होती है हर मनोकामना!

5 ऐसे शिव मंदिर जहां छुपा हैं रहस्य का खजाना, भक्तों की दर्शन मात्र से पूरी होती है हर मनोकामना!

5 ऐसे शिव मंदिर जहां छुपा हैं रहस्य का खजाना, भक्तों की दर्शन मात्र से पूरी होती है हर मनोकामना!

Shiv Temple : सावन का पवित्र महीना चल रहा है. इस महीने सभी शिव मंदिर में शिव भक्तों की भारी भीड़ रहती है, विशेष रूप से सोमवार को शिव जी के दर्शन करने के लिए मंदिर में श्रद्धालु उमड़ जाते हैं. वहीं भारत में कुछ ऐसे भी शिव मंदिर (Shiv Temple) हैं जो अपनी अनोखी मान्यता रखते हैं और अपने साथ कई राज छुपाए हुए हैं. जिन्हें आज तक कोई नहीं जान सका है. तो आइए जानते हैं देश के 5 ऐसे शिव मंदिरों के बारे में जहां अनगिनत राज छुपे हुए हैं. साथ ही उनकी मान्यता दूर-दूर तक हैं.

1. लक्ष्मणेश्वर महादेव, छत्तीसगढ़

Shiv Temple

छत्तीसगढ़ का काशी कहे जाने वाले इस मंदिर कि स्थापना भगवान राम के भाई लक्ष्मण ने की थी. स्थानीय लोगों के अनुसार, लक्ष्मण ने इस स्थल पर एक लिंग की स्थापना की थी जिसके कारण इस शिव मन्दिर (Shiv Temple) का नाम लक्ष्मणेश्वर शिव मंदिर हुआ. सावन के पवित्र महीने में दूर दराज से भगवान शिव का आशीर्वाद लेने यहां आते हैं. मंदिर के गर्भ गृह में स्थित शिवलिंग में एक लाख छिद्र है. लोगों का ऐसा विश्वास है कि इसमें से कोई एक छिद्र पाताल में जाता है और एक और चमत्कारी बात यह है कि इसमें से एक छिद्र में हमेशा जल भरा रहता है जिसे भक्तजन अक्षय कुंड कहते हैं.

2. भोजेश्वर महादेव मंदिर, मध्यप्रदेश

Shiv Temple

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 32 किलोमीटर की दूरी पर एक विशाल पहाड़ी पर दुनिया का इकलौता ऐसा शिव मंदिर (Shiv Temple) है जो पत्थर से बना है लेकिन इस मंदिर का निर्माण आज भी अधूरा है. भोजपुर मंदिर का निर्माण परमार वंश के प्रसिद्ध राजा भोजपुर ने करवाया था इसलिए इस मंदिर का नाम भोजेश्वर मंदिर पड़ा. यहाँ से बेतवा नदी बहती है. इस मंदिर का निर्माण अधुरा हैं.

मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण एक ही रात में हुआ था, जिस कारण से सूर्योदय हुआ था तब तक इस शिव मंदिर (Shiv Temple) का निर्माण हुआ नहीं हो पाया इस मंदिर का निर्माण आज तक अधूरा है. कहा जाता है कि अज्ञातवास के दौरान पांडवों और माता कुंती ने इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा की थी. लेकिन जैसे ही सुबह हुई तो वो गायब हो गए और मंदिर अधूरा रह गया. मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है गर्भ गृह में स्थापित 22 फुट ऊंचा शिवलिंग, जो दुनिया के विशालतम शिवलिंग में से एक है. और इसका व्यास 7.5 फुट है. शिवलिंग का निर्माण एक ही पत्थर से हुआ है. जिसे बनाने में चिकने बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया है.

3. बिजली महादेव मंदिर, हिमाचल प्रदेश

Shiv Temple

हिमाचल प्रदेश राज्य में देश के सबसे लोकप्रिय मंदिर बिजली महादेव का मंदिर स्थापित हैं. इस शिव मंदिर (Shiv Temple) को बहुत रहस्यमयी माना जाता है. यहां हर 12 साल में एक बार इस शिव मंदिर पर बिजली गिरती है जिससे मंदिर को कोई नुकसान नहीं होता है लेकिन शिवलिंग के टुकड़े-टुकड़े हो जाते हैं. इसके बाद यहां पुजारी अनाज, दाल के आटे और मक्खन से लेकर शिवलिंग को लेपते हैं जिससे वह वापिस पहले जैसा हो जाता है.

4. स्तम्भेश्वर महादेव मंदिर, गुजरात

Shiv Temple

स्तम्भेश्वर महादेव मंदिर गुजरात के कवि कंबोई में स्थित है. इस मंदिर का अभिषेक स्वयं समुद्र करता है. समुद्र के बीच बसा यह शिव मंदिर (Shiv Temple) दो दिन बाद समुद्र की लहरों में पूरी तरह डूब जाता है. ऐसा सुबह और शाम दो बार होता है. यह अद्भुत नजारा देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं और इस शानदार नजारे का लुत्फ़ लेते हैं.

5. अचलेश्वर महादेव मंदिर, राजस्थान

Shiv Temple

राजस्थान के माउंट आबू में स्थित अचलेश्वर महादेव मंदिर बहुत अनोखा शिव मंदिर (Shiv Temple) है. इसकी खासियत ये है कि यहाँ पर शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है. सुबह के समय शिवलिंग का रंग लाल, दोपहर में केसरिया और शाम को श्याम रंग का हो जाता है. इतना ही नहीं इस शिव मंदिर कि ख़ास बात ये हैं कि यहाँ पर शिव भगवान के अंगूठे कि पूजा होती हैं. बताया जाता है कि शिव भगवान का अंगूठा यहाँ शिवलिंग के रूप में स्थापित हुआ था.

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