नई दिल्ली: फरजाना उर्फ शब्बो और मोहम्मद आलम… आठ साल पहले बाजार में मिले और एक दूसरे को दिल दे बैठे। दोनों के बीच बातें होने लगीं और धीरे-धीरे बातचीत का ये सिलसिला साथ जीने-मरने की कसमों तक जा पहुंचा। इश्क परवान चढ़ा तो चर्चे भी हुए और उड़ते-उड़ते दोनों का किस्सा उनके परिवार तक भी पहुंच गया। फरजाना के परिवार को आलम पंसद आया और निकाह की रजामंदी होते ही दावत की तैयारियां शुरू होन लगीं। लेकिन इसी बीच, फरजाना के परिवार को आलम के बारे में एक ऐसी सच्चाई पता चली कि उन्होंने निकाह कराने से इनकार कर दिया। सबकुछ अचानक से बदलने लगा। फरजाना ने भी आलम से नजरें चुराना शुरू कर दिया।
इधर आलम निकाह की जिद पर अड़ा था और उधर फरजाना का परिवार किसी भी कीमत पर इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं था। इसी बीच मंगलवार 20 अगस्त को दोपहर करीब साढ़े बारह बजे बरेली पुलिस के पास एक फोन आया। फोन पर बताया गया कि शहर के रोडवेज बस अड्डे से लगभग 100 मीटर की दूरी पर प्रीत पैलेस नाम के होटल में एक लाश मिली है। पुलिस की टीम होटल पहुंची तो देखा कि रूम के अंदर बेड पर खून से लथपथ एक महिला की लाश पड़ी है। उसके शरीर पर धारदार हथियार से हमले के निशान थे और हत्या बेहद बेरहमी के साथ की गई थी। लाश के पास ही एक बुर्का रखा हुआ था।
पहले फरजाना और फिर मिली आलम की लाश
पुलिस ने तफ्तीश की तो पता चला कि ये लाश फरजाना की है। उसकी मां ने एक दिन पहले ही फरजाना के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस फरजाना के कत्ल की गुत्थी में उलझी ही थी कि रेल की पटरियों पर एक और लाश मिलने की खबर आई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब छानबीन की तो खुलासा हुआ कि ये लाश मोहम्मद आलम की है। उसकी जेब से फरजाना का आधार कार्ड भी मिला। इसके बाद जब पुलिस ने दोनों के परिवार वालों से बात की तो फरजाना के कत्ल की पूरी कहानी खुलकर सामने आ गई।
आलम की सच्चाई खुली तो टूट गया निकाह
दरअसल, आलम ने जब फरजाना के परिवारों वालों से उसका हाथ मांगा तो बताया कि वो एक फैक्ट्री में काम करता है। परिवार वाले दोनों के निकाह को राजी हो गई। लेकिन कुछ दिन बाद ही आलम की छिपी हुई हकीकत का राज खुल गया। आलम एक क्रिमिनल छवि का आदमी थी और कई मामलों में उसका नाम था। इस सच्चाई का पता जब फरजाना के परिवार वालों को चला तो वो दोनों के निकाह की बात से पीछे हट गए। परिवार ने फरजाना से कह दिया कि वो आलम के साथ सारे संबंध खत्म कर ले। फरजाना ने जब आलम से बातचीत बंद की तो उसे लगने लगा कि या तो उसका अफेयर किसी और के साथ चल गया है, या फिर वो दूसरी जगह निकाह के लिए राजी हो गई है।
कत्ल के लिए साथ लेकर बकरा काटने वाला छुरा
आलम चाहता था कि फरजाना का निकाह उसी के साथ हो, लेकिन जब लगा कि ऐसा नहीं हो रहा तो उसने एक खतरनाक प्लान बनाया। 18 अगस्त को आलम ने फरजाना को मिलने के बुलाया और शहर के प्रीत पैलेस होटल में रूम बुक कर लिया। यहां आलम ने केवल अपनी आईडी जमा कराई। रूम में जाने के बाद दोनों करीब 24 घंटे तक साथ रहे और इनके बीच निकाह को लेकर बातचीत हुई। अगले दिन 19 अगस्त को फरजाना के निकाह की बात पर भड़के आलम ने उसके ऊपर चाकू से हमला कर दिया। फरजाना के कत्ल के लिए आलम पहले से बकरा काटने वाला छुरा अपने साथ लेकर गया था। फरजाना को मारने के बाद वो शाम में करीब साढ़े पांच बजे होटल से निकला और रेलवे क्रॉसिंग पहुंचकर ट्रेन के सामने लेट गया। बाद में जीआरपी ने उसकी लाश के बारे में पुलिस को खबर दी। इसे भी जरूर पढ़ें –