नई दिल्ली। राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी नेता हिंदू नहीं हैं। इस बयान के बाद भाजपा नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष के बयान पर सवाल खड़े किए। सदन के अंदर और बाहर राहुल के बयान पर कड़ा विरोध दर्ज किया गया।
तत्काल माफी मांगें राहुल गांधी- जेपी नड्डा
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये एक गंभीर मुद्दा है क्योंकि राहुल गांधी ने पूरे हिंदू समाज को हिंसक बाताया है। उधर गृहमंत्री अमित शाह और अन्य मंत्रियों ने भी कांग्रेस नेता से माफी मांगने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर लिखा ‘राहुल गांधी को अपने बयान के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए। हिंदुओं के खिलाफ ऐसी नफरत रुकनी चाहिए।’ जेपी नड्डा ने आगे लिखा है कि राहुल गांधी के बयान से स्पष्ट होता है कि उनमें मानवता नहीं बची है। केंद्रीय मंत्री के अनुसार राहुल गांधी भले ही पांचवीं बार सांसद बने हों लेकिन अब तक उन्हें संसदीय नियमों की जानकारी नहीं है।
कल संसद में राहुल को जवाब देंगे प्रधानमंत्री मोदी- रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का कहना है कि अगर विपक्ष के नेता ने सदन में झूठ बोला है तो उन्हें सदन के नियमों का सामना करना पड़ेगा। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कल संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राहुल गांधी की टिप्पणियों का जवाब देंगे। उन्होंने कहा ‘जिस दौरान राहुल गांधी सदन में बोल रहे थे, उस दौरान पीएम मोदी भी वहां मौजूद थे। स्पीकर ने नेता प्रतिपक्ष को बार-बार कहा कि अपना वक्तव्य रखते समय स्पीकर की तरफ पीठ नहीं करनी चाहिए लेकिन, राहुल गांधी बार बार अपने सांसदों की तरफ देख रहे थे और स्पीकर की तरफ पीठ कर रहे थे। सदन में वाद-विवाद का स्तर इतना गिर गया और हमने ऐसा इससे पहले कभी नहीं देखा था। आज संसद में नए सांसदों को राहुल गांधी से कुछ भी सीखने को नहीं मिला। कांग्रेस में कुछ वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भी हैं और मैं अपील करता हूं कि राहुल गांधी को कुछ ज्ञान दें।’ रिजिजू ने आगे कहा कि लोकसभा स्पीकर ने पहले ही सदन में आश्वासन दिया है कि वे इस संबंध में आवश्यक और उचित निर्देश देंगे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर का राहुल पर वार
उधर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर लिखा ‘अब सदन में ऐसे नेता प्रतिपक्ष भी हैं, जो सभी के साथ भाईचारे का वादा करने के बीच हिंदुओं पर हमला कर रहे हैं। ऐसे नेता, जो भारतीय सेना की वीरता पर सवाल उठाते हैं और अब उनके शुभचिंतक बनने की कोशिश कर रहे हैं। जो संविधान की कसम खाते हैं और सदन में केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसलों की प्रति फाड़ते हैं।
राहुल का बयान बेहद गैरजिम्मेदाराना- अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी राहुल गांधी के संसद में दिए गए बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘नेता प्रतिपक्ष का पद एक बड़ी जिम्मेदारियों वाला पद है। राहुल गांधी ने पहली बार यह पद संभाला लेकिन जिम्मेदारियों को अपने कंधे पर लेने के बजाय उन्होंने सदन में बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना बयान दिया।’ केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीरों के सर्वोच्च बलिदान पर मुआवजा नहीं मिलता, जो कि सबसे बड़ा झूठ है। उन्हें सदन में पेश किए गए अपने तथ्यों पर नजर डालनी चाहिए।’
जब तक देश में हिंदुत्व रहेगा, शांति बनी रहेगी- जी किशन रेड्डी
संसद में राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि जब तक भारत में अधिक संख्या में हिंदू रहेंगे, तब तक लोकतंत्र बचा रहेगा और शांति भी बनी रहेगी। उन्होंने संसद परिसर में कहा, ‘मैं राहुल गांधी को यह बताना चाहता हूं कि जब तक हिंदुत्व रहेगा, तब तक देश में लोकतंत्र और शांति बनी रहेगी। आप आज दुनियाभर में देखिए। पाकिस्तान और दुनिया के कई देशों में अशांति फैली हुई है, जबकि भारत में शांति बनी हुई है।’
केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भी साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भी राहुल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष हर समय अधारहीन बयानबाजी करते हैं। उन्होंने कहा ‘राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष के पद की गरिमा को शर्मसार किया है।’ भारतीय जनता पार्टी सांसद संजय जायसवाल ने भी राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर कुछ नहीं कहा लेकिन, इसके अलावा उन्होंने सब कुछ कह दिया।