उत्तर प्रदेश के हाथरस में स्वयंभू संत भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के सत्संग में मची भगदड़ में अब तक 116 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इस हादसे की गूंज पूरे देश में है। पीएम मोदी, सीएम योगी समेत तमाम नेताओं ने इस घटना पर शोक जाहिर किया है। हालांकि, सत्संग का आयोजन करवाने वाले नारायण साकार हरि का इस घटना पर कोई भी बयान सामने नहीं आया है। घटना के बाद से बाबा को कोई अता-पता नहीं है। ऐसे समय में बाबा साकार हरि के लोकेशन को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है।

रामकुटीर आश्रम में होने का शक
हाथरस में हुई दुखद घटना को लेकर पूरे देश ने अपनी संवेदनाएं दी लेकिन भोले बाबा की तरफ से अभी तक किसी भी तरह का बयान नहीं आया है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि हाथरस से सीधे मैनपुरी के रामकुटीर आश्रम पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक, इस आश्रम के बाहर प्राइवेट सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं।

आश्रम में बाहर के लोगों पर रोक
जानकारी के मुताबिक, मैनपुरी के राम कुटीर आश्रम में किसी मीडियाकर्मी वह बाहर के लोगों को अंदर जाने से पूरी तरह से रोक दिया गया है। राम कुटीर आश्रम पहुंचे भोले बाबा से किसी को भी मिलने नहीं दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि भोले बाबा 2 से 3 बजे के बीच आश्रम पहुंचे लेकिन आश्रम से बाहर निकलते हुए बाहर लगे हुए किसी भी सुरक्षाकर्मी ने नहीं देखा है।

यौन शोषण समेत अन्य गंभीर मुकदमों का आरोपी है बाबा
स्वयंभू संत भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि बाबा खुद को लेकर भक्तों के सामने कई दावे करते हैं। वैसे बाबा कासगंज के पटियाली गांव के रहने वाले हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में 18 साल की नौकरी के बाद उसने वीआरएस ले लिया था। बाबा का दावा है कि वीआरएस के बाद उन्हें भगवान के साक्षात दर्शन हुए थे। यही नहीं उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल की नौकरी के दौरान 28 साल पहले बाबा इटावा में भी पोस्टेड रहा है।