हाथरस जिले के फुलरई गांव में 2 जुलाई को जिस बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से सवा सौ लोगों की मौत हो गई उस बाबा को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि सत्संग में बाबा हमेशा कुंवारी लड़कियों से घिरा रहता था. इस बाबा को कुंवारी युवतियां बहुत पसंद है. यह खुलासा भोले बाब के सत्संग में जाने वाली महिलाओं ने किया है. महिलाओं ने बताया कि लड़कियां लाल पोशाक पहनकर सत्संग में जाती थीं और नृत्य करती थीं.

कुंवारी लड़कियां बाबा को मानती है अपना पति

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सत्संग के दौरान बाबा हमेशा काला चश्मा पहना करता था. सूरज पाल के चश्मे में लड़कियों को भगवान का दिखता था. इतना ही नहीं, जो महिलाएं सत्संग में जाती थीं, उन्होंने कई ऐसे खुलासे किए, जिनके बारे में वे कमरे में भी बताने से झिझकती थीं. सत्संग में जाने वाली एक महिला ने सूरजपाल के बारे में बताया कि बाबा के आसपास हमेशा रहने वाली कुंवारी लड़कियां उसे अपना पति मानती थीं और भोले बाबा के ही साथ रहती थीं.

बाबा के आस-पास नाचती थीं लड़कियां

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक महिला ने बताया कि बाबा को लाल रंग ओर कुंवारी लड़कियां बहुत पसंद है. कुंवारी युवतियां लाल पोशाक पहनती थीं. गहनों के अलावा श्रृंगार करके वे सत्संग में बाबा के आस-पास नाचती थीं. यह विशेष पोशाक पहनकर कुवारी लड़कियां डांस करती थीं. वहीं भोले बाबा लड़कियों द्वारा तैयार किए गए विशेष नीम के पानी से स्नान करते थे. पानी में गुलाब की पंखुड़ियां, खुशबू, परफ्यूम आदि कई चीजें मिलाई जाती थीं. इतना ही नहीं, लड़कियां हमेशा बाबा को खाना खिलाती थीं.

यहां फैला है पाखंड का साम्राज्य

सूरज पाल उर्फ नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा ने इंटेलीजेंस से नौकरी छोड़ने के बाद अपने पैतृक गांव बहादुर नगर में ही कई बीघा में आश्रम का निर्माण कराया. इसके बाद यहां अनुयायियों की संख्या बढ़ने लगी. मैनपुरी के बिछुआ में भोले बाबा का आलीशान आश्रम है. मैनपुरी के अलावा कानपुर के बिधनू इलाके के कसुई गांव में करीब तीन बीघे में आश्रम बना हुआ है. वहीं, इटावा में 15 बीघा में आश्रम फैला हुआ है. सराय भूपत के कटे खेड़ा गांव में बाबा का आश्रम है. नोएडा के सेक्टर-87 इलाबांस गांव में बाबा का आलीशान आश्रम है. यूपी ही नहीं राजस्थान के दौसा में भी भोले बाबा का आश्रम है.