मेरठ में डॉक्टरों की लापरवाही का एक ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां एक महिला की मौत प्रसव के दौरान हो गई थी. परिजनों ने इसे नियति मान लिया और महिला को घर ले आए. रस्मों के बाद महिला का अंतिम संस्कार किया गया. शमशान घाट पर मंत्रों के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया. जब चिता जल गई और परिवार वाले उसकी राख जमा करने लगे तब उनके हाथ ऐसी चीज लगी कि सबके होश ही उड़ गए.

गर्म चिता से खुला मौत का राज
मामला हस्तिनापुर थाना के राठौरा खुर्द गांव का है. यहां रहने वाले संदीप की पत्नी नवनीत कौर को डिलीवरी के लिए मेरठ के कस्बा मवाना के जे के अस्पताल में एडमिट करवाया गया था. लेकिन सर्जरी के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने इसके बाद महिला का अंतिम संस्कार कर दिया. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो शेयर किया गया. इसमें परिजनों को गर्म चिता से राख जमा करते देखा जा सकता है. जब लोग राख उठा रहे थे, तभी उनके हाथ में एक सर्जिकल ब्लेड आ गई. इसे देखने के बाद परिजनों के होश उड़ गए. उन्होंने आरोप लगाया कि महिला के ऑपरेशन के दौरान उसके पेट में यही सर्जिकल ब्लेड छोड़ दी गई थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई.

दर्ज की शिकायत
चिता से ब्लेड निकलते ही परिजनों ने इसकी शिकायत दर्ज करवाई. परिजन सीएमओ ऑफिस भी गए. मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने घटना सामने आने के बाद अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया है. साथ ही इसके लिए जांच कमिटी भी गठित कर दी है. परिजनों ने कहा कि उन्होंने सोचा भी नहीं था कि डॉक्टर्स ऐसी लापरवाही करेंगे. उन्हें लगा था कि शायद किस्मत में ऐसा ही होना लिखा था. लेकिन अब इसकी जांच की मांग की है.