इन दिनों सरकार काफी सख्ती से काम कर रही है और इसी के चलते सरकार हर रोज़ नए से नए कदम उठा रही है | हाल ही में सरकार ने 24000 से ज्यादा फोन नंबरों को बंद कर दिया है और बहुत सारे नम्बरों को ब्लॉक कर दिया है | क्या है इसका कारण, आइये विस्तार से जानते हैं
भारत में साइबर क्राइम और ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसी को देखते हुए दूरसंचार विभाग (DoT) ने इसे रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है. दरअसल, दूरसंचार विभाग ने 24 हजार 228 मोबाइल कनेक्शन को सस्पेंड कर दिया है. दूरसंचार विभाग के मुताबिक, ये मोबाइल कनेक्शन 42 Unique International Mobile Equipment Identity (IMEI) से जुड़े पाए गए और बार-बार धोखाधड़ी में शामिल होने को लेकर भी इन पर शक है.
दूरसंचार विभाग (telecom division) ने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर से इन आईएमईआई नंबरों को ऑल इंडिया बेसिस पर ब्लॉक करने का निर्देश दिया है. साइबर जालसाज कथित तौर पर इन मोबाइल नंबरों का यूज साइबर क्राइम और अन्य धोखाधड़ी गतिविधियों के लिए कर रहे थे.
चक्षु पोर्टल पर लगातार दर्ज हो रही शिकायत
लोग अपने साथ हुई ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों की शिकायत सरकार की ओर से बनाए गए चक्षु पोर्टल पर दर्ज करवा सकते हैं. हाल के समय में चक्षु पोर्टल पर धोखाधड़ी के मामलों की शिकायत में इजाफा देखा गया है. इसी को देखते हुए दूरसंचार विभाग ने धोखाधड़ी को खत्म करने के लिए ये कदम उठाया है. इससे पहले फ्रॉड मैसेजेस को लेकर भी लोगों को पीआईबी अलर्ट कर चुकी है, जहां पर हैकर्स KYC प्रोसेस के नाम पर लोगों की बैंक डिटेल्स चोरी कर लेते हैं.
IMEI नंबर क्या होता है?
आईएमईआई का पूरा नाम इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी (International Mobile Equipment Identity) है. ये एक 15 नंबरों का युनिक कोड होता है. आईएमईआई मोबाइल फोन की पहचान करता है. इसके अलावा किसी भी फोन नंबर और नेटवर्क से जुड़ी जानकारी हासिल करने में मदद करता है. आसान भाषा में आईएमईआई नंबर को फोन का डिजिटल फिंगरप्रिंट कहा जाता है. खोए या फिर चोरी हुए फोन को इसकी मदद से आप ट्रैक भी कर सकते हैं. आईएमईआई नंबर से आपको फोन के मॉडल, निर्माण की जगह, और सीरियल नंबर जैसी जानकारी मिल जाती है.