पटना : बिहार में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खबर आ रही हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन सर्वे की शुरुआत हो गई हैं। दूसरे चरण के तहत कई जिलों में जमीन सर्वे का काम शुरू हो गया हैं।
सबसे पहले छोटे मौजे में सर्वे किया जायेगा।
खबर के अनुसार पटना जिले के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे की शुरुआत हुई है। इसके लिए प्रशिक्षित अमीन सहित अन्य पदाधिकारियों और कर्मियों को पत्र वितरण कर दिया गया हैं। तय समय पर सर्वे का काम पूरा कर लिया जायेगा।
अगस्त महीने का सर्वे शेड्यूल?
1 से 16 अगस्त :खतियान, रैयतों के स्वघोषणा पत्र और वंशावली लेने का कार्य किया जायेगा।
16 से 31 अगस्त :प्रत्येक गांव में ग्राम सभा की बैठक होगी। कागज का सत्यापन किया जायेगा।
सितंबर महीने का शेड्यूल?
1 से 30 सितंबर : ग्राम-सीमा का निर्धारण और खेसरा वार जमीन का सत्यापन किया जायेगा।
अक्टूबर से दिसंबर का शेड्यूल?
1 अक्टूबर से 15 दिसंबर : जमीन रैयतों के स्वामित्व संबंधी साक्ष्यों का संकलन किया जायेगा।
दिसंबर से जनवरी का शेड्यूल?
16 दिसंबर से 15 जनवरी : खेसरा पंजी का भू-सर्वेक्षण सॉफ्टवेयर अपलोडिंग। सर्वे का दावा-आपत्ति।
जनवरी से फरवरी का शेड्यूल?
16 जनवरी से 15 फरवरी : खानापुरी पर्च के खिलाफ आने वाले दावा-आपत्ति की सुनवाई होगी।
16 से 28 फरवरी : पहले चरण के काम का रिकार्ड तैयार किया जाएगा।
मार्च 2025 का शेड्यूल?
1 से 31 मार्च : प्रारूप अधिकार अभिलेख का प्रकाशन किया जायेगा।
अप्रैल से मई का शेड्यूल?
1 अप्रैल से 31 मई : प्रारूप अधिकारी अभिलेख पर आने वाले दावा-आपत्ति का निपटारा होगा।
जून 2025 का शेड्यूल?
1 से 15 जून : दूसरे चरण के काम का रिकार्ड तैयार किया जाएगा।
16 से 30 जून : रैयतों के किस्म भूमि के अनुरुप बंदोबस्ती (लगान), बंदोबस्ती के विरूद्ध दावा-आपत्ति का निष्पादन होगा।
जुलाई 2025 का शेड्यूल?
1 से 30 जुलाई 2025 : अंतिम अधिकार अभिलेख का प्रकाशन किया जायेगा।