Vikas Divyakirti: यूपीएससी की परीक्षा में हर साल देश के कोने कोने से लाखों अभ्यर्थी बैठते हैं। हर अभ्यर्थी की आंखों में यही सपना होता है कि उन्हें एक अधिकारी बनकर अपना जीवन देश के लिए समर्पित करना है। वहीं यूपीएससी एस्पिरेंट के बीच दृष्टि आईएएस कोचिंग के फाउंडर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Vikas Divyakirti) का नाम काफी मशहूर है। ये बच्चों को किताबी ज्ञान के अलावा जिंदगी के पहलुओं को भी सरलता से समझाते हैं। सरल स्वभाव और मंद मंद मुस्कान की वजह से लाखों बच्चे इनसे काफी प्रेरणा लेते हैं, लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इनकी सबसे फेवरेट स्टूडेंट कौन हैं। आईए जानते हैं।
लाखों बच्चों को प्रेरणा देने वाले डॉ. विकास दिव्यकीर्ति हर साल हजारों बच्चों को पढ़ाते हैं। इनके पढ़ाने का तरीका कुछ ऐसा है की कोई भी पहली ही क्लास में इनका दीवाना हो सकता है। यूं तो डॉ. विकास दिव्यकीर्ति लाखों बच्चों के फेवरेट टीचर हैं लेकिन एक इंटरव्यू में खुद डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने बताया है कि आखिर उनका फेवरेट स्टूडेंट (Vikas Divyakirti) कौन है। दरअसल एक इंटरव्यू में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने बताया है कि उनकी फेवरेट स्टूडेंट का नाम दिव्या तंवर है जो की एक आईएएस ऑफिसर हैं और हिरयाणा के महेंद्रगढ़ जिले की रहने वाली हैं। कई वीडियो में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति को दिव्या तंवर की तारीफों के पुल बांधते हुए भी देखा गया है।
आर्थिक स्थिति खराब होने पर भी नहीं छोड़ी मेहनत
बताया जाता है कि विकास (Vikas Divyakirti) की स्टूडेंट दिव्या तंवर बचपन से ही पढ़ाई में रुची रखती थी। उन्हें मोबाइल और दोस्तों के साथ घूमने की जगह किताबों से काफी प्यार था। दिव्या का बचपन काफी कठिनाइयों से भरा रहा, बचपन में ही उनके सिर से पिता का साया छिन गया जिससे की उनके परिवार के ऊपर मुसीबतों का एक पहाड़ टूट पड़ा था। लेकिन उनकी मां ने जैसे तैसे घर को संभाला और दिव्या ने भी अपनी मां का पूरा साथ दिया। आर्थिक स्थित खराब होने के बावजूद दिव्या ने कभी भी पढ़ाई में कोई कमी नहीं छोड़ी और अपनी मेहनत के दम पर ही आज वो एक आईएएस ऑफिसर बन पाई हैं।
23 साल की उम्र में बनी IAS
बीएससी की डिग्री प्राप्त कर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति (Vikas Divyakirti) की फेवरेट दिव्या ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। तमाम मुश्किलों के बाद भी वो अपने लक्ष्य से कभी नहीं भटकी। दिन रात कड़ी मेहनत और अनुशासन के दम पर ही उन्होंने मात्र 22 साल की उम्र में 2021 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर ली थी । इस परीक्षा में उन्हें 438वीं रैंक प्राप्त हुई थी जिसकी वजह से आईएएस तो नहीं लेकिन वो आईपीएस अधिकारी तो बन ही गई थी।
लेकिन दिव्या (Vikas Divyakirti Favourite Student) का सपना था आईएएस अधिकारी बनना इसलिए उन्होंने फिर से इस परीक्षा में शामिल होने का मन बनाया और इस बार उन्होंने 105वीं रैंक हासिल कर ली और इसी के साथ आईएएस अधिकारी बनने का उनका सपना महज 23 साल की उम्र में ही पूरा हो गया।