जिला प्रसाशन की जांच टीम ने बुधवार को स्कूल में टीचिंग स्टाफ के बयान लिए। इसके बाद टीचर जया पवार पर जुवेनाइल जस्टिस ऐक्ट की धारा 76, 79 और 75 के तहत केस दर्ज किया गया। बच्चियों के परिवारों ने एक तरफ जहां मीडिया का आभार जताया है तो दूसरी तरफ आरोपी टीचर को निलंबित करने की मांग की है।
पिछले दिनों 10वीं क्लास में फोन की घंटी सुनवाई देने पर बाथरूम में कई लड़कियों के कपड़े उतरवा दिए गए थे। छात्राओं ने आरोप लगाया था कि टीचर ने अंडरवियर तक उतरवा दिए। एक बच्ची ने पुलिस के सामने कहा, ‘मैडम कुछ सुनने को तैयार नहीं थीं। मैंने मैडम से यह भी कहा कि आप फोन करके घर से मेरी मम्मी को बुला लो। मैंने रोते हुए कई बार यह बात कही कि मैडम मैं कपड़े नहीं उतार सकती, लेकिन उन्होंने मुझे धमकी दी कि यदि अपनी सलवार नहीं उतारेगी तो मैं खींचकर उतार दूंगी। इतना कहते-कहते मैडम ने मेरी सलवार खींच दी। इसके बाद जया मैडम ने मेरा अंडर गारमेंट भी उतरवा दिया। मैंने कहा कि मैडम मुझे पीरियड्स हैं तो मैडम ने मेरा पैड भी हटवाकर देखा।’ बच्चियों ने जब अपने परिवार के लोगों को घटना के बारे में बताया तो स्कूल में काफी हंगामा हुआ।
‘नींद में भी याद आता है वही दृश्य’ घटना को लेकर छात्राएं अभी भी काफी भयभीत हैं। उन्होंने बताया कि सोती हैं तो भी उस दिन वाली घटना ही दिखाई देती है। इससे डरकर वे रात में उठकर बैठ जाती हैं। छात्राओं को अब यह डर सता रहा है कि यदि पवार मैडम फिर से स्कूल आ गईं तो उनके साथ क्या होगा। वहीं छात्राओं के परिजन भी डरे हुए हैं कि स्कूल में कोई अनहोनी न हो जाए। मीडिया से बात करते हुए छात्राओं ने यह भी बताया कि पूरी घटना के बाद जब स्कूल के सीसीटीवी चेक किए तो स्कूल के मैदान में सभी छात्राएं एक साथ रोती हुई दिख रही हैं, लेकिन यह बात किसी को बताई नहीं जा रही। पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरे के फुटेज अभी तक जब्त किए गए या नहीं इस पर भी प्रश्नचिह्न लगा है।
दो सप्ताह बाद हुआ प्रकरण दर्ज घटना सामने आने पर पुलिस ने दो छात्राओं के बयान के बाद अन्य परिजन के बयान नहीं लिए थे। मैडम जया पवार ने जिन छात्राओं का सैनेट्री पैड हटाकर चेकिंग की थी, उनके परिजन के बयान पुलिस ने 9 अगस्त को दर्ज किए। वहीं शनिवार को अन्य परिजन के बयान भी लिए। सभी बयानों के बाद अब पुलिस अपनी रिपोर्ट जल्द प्रशासन को भेज सकती है।
टीचर्स ने दी थी इस्तीफे की धमकी 3 अगस्त को जब इस घटना को लेकर हिंदूवादी संगठनों द्वारा स्कूल में प्रदर्शन किया गया, तो स्कूल स्टाफ ने पुलिस के सामने यह बात कही कि यदि मैडम जया पवार पर किसी तरह की कार्रवाई की गई, तो स्कूल का पूरा टीचिंग स्टाफ सामूहिक इस्तीफा दे देगा। यह जानकारी शिक्षा विभाग तक पहुंचने के बाद इस पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इसे भी जरूर पढ़ें –