
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में चिट्टा तस्करी के खिलाफ पुलिस की मुहिम तेज हो गई है। हाल ही में जिले में भारी मात्रा में चिट्टा बरामद होने के बाद, सदर थाना पुलिस ने एक तस्कर के संपर्क में रहे 26 युवाओं की ड्रग टेस्टिंग करवाई। इस जांच में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं।
टेस्ट में शामिल 26 युवाओं में से 21 युवा चिट्टा जैसे सिंथेटिक नशे के आदी पाए गए। इस खुलासे ने न केवल पुलिस, बल्कि अभिभावकों की चिंताएं भी बढ़ा दी हैं।80% से अधिक युवा नशे की चपेट मेंपिछले एक महीने में हमीरपुर पुलिस ने कई थानों के तहत चिट्टा तस्करी के मामलों में बाहरी राज्यों के तस्करों को पकड़ा है।
इन मामलों में बरामद चिट्टे की जांच के साथ-साथ तस्करों के संपर्क में रहे लोगों की ड्रग टेस्टिंग शुरू की गई। टेस्टिंग में 80 फीसदी से अधिक युवा नशे के आदी पाए गए। खासकर, सदर थाना क्षेत्र में कुछ दिन पहले शहर के प्रतिष्ठित कारोबारियों के बेटों के टेस्ट पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया था। अब इन 21 युवाओं के खून के नमूने आरएफएसएल लैब में भेजे गए हैं, जहां नशे की पुष्टि होने पर इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। ।
पुलिस की रणनीति: सप्लाई चेन तोड़ने पर जोरहमीरपुर पुलिस चिट्टा तस्करी की सप्लाई चेन को ध्वस्त करने के लिए ड्रग टेस्टिंग किट का उपयोग कर रही है। तस्करों के दोस्तों और चिट्टा खरीदने वालों को टेस्टिंग के दायरे में लाया जा रहा है। इस कारण अधिकांश टेस्ट में युवा नशे के आदी पाए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से नशे के नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी।
अभिभावकों की बढ़ती चिंताटेस्टिंग के नतीजों ने अभिभावकों को झकझोर कर रख दिया है। कई अभिभावक अब खुद पुलिस के पास पहुंचकर अपने बच्चों के नशे की लत की जानकारी दे रहे हैं। उनका मकसद बच्चों को इस दलदल से निकालना है। पुलिस भी अभिभावकों के सहयोग से नशा मुक्ति के प्रयासों को तेज कर रही है।