उत्तरप्रदेश में किसानों से जमीन लेकर बनेगा 43 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे, जाम की समस्या निपटेगी

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में बढ़ती यातायात समस्याओं और जाम की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार और संबंधित विभागों ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य नागरिकों को सुगम सुरक्षित और व्यवस्थित यातायात सुविधा प्रदान करना है। उत्तर प्रदेश के सीतापुर के लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई हैं। आपको बता दें कि PWD 43 किलोमीटर की सड़क को फोरलेन बनाने की तैयारी कर रहा है।  ताकि जाम से पीड़ित लोगों को राहत मिल सके। सड़क व्यवस्था को लेकर बेहतर सड़क सुविधा देना और धार्मिक स्थलों को अच्छी तरीके से कनेक्टिविटी से जोड़ना यह सभी भूमिका बनाई गई है. आइए देखें कि फोरलेन कहां से कहां तक बनाया जाएगा।  

फोरलेन योजना  

सीतापुर में कुल 43 किलोमीटर फोरलेन सड़क बनाई जाएगी। नैमिषारण्य जैसे धार्मिक स्थानों को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ने और यात्रियों को बेहतर सड़क सुविधा देने का लक्ष्य इस योजना का है। फोरलेन निर्माण का एस्टीमेट लोक निर्माण विभाग (PWD) ने बनाकर मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा है। इस रिपोर्ट में सड़कों की चौड़ीकरण जमीन की अधिग्रहण और आवश्यक संरचनाओं की निर्माण की पूरी जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री द्वारा पहले दिए गए निर्देशों को ध्यान में रखते हुए यह संशोधित एस्टीमेट पुनः भेजा गया है।

भूमि अधिग्रहण के बदले होगा भुगतान

योजनाबद्ध फोरलेन सड़क के लिए मुख्य रूप से किसानों की भूमि लगभग 14 मीटर चौड़ी होगी इसलिए सरकार ने किसानों को भूमि अधिग्रहण पर 80 करोड़ रुपये मुआवजा देने की योजना बनाई है। अधिग्रहण की प्रक्रिया मुख्यमंत्री से मंजूरी मिलते ही तेज हो जाएगी। सड़क सिधौली से मां ललिता देवी मंदिर गेट तक 20 मीटर चौड़ी होगी। विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाने के लिए दो मीटर चौड़ा डिवाइडर बनाया जाएगा। इससे न केवल मार्ग की सुंदरता बढ़ेगी बल्कि हरियाली भी संरक्षित रहेगी और पर्यावरण को फायदा होगा। 

रोशनी के लिए सोलर लाइटों को लगाने का भी विचार 

रात में प्रस्तावित फोरलेन सड़क पर रोशनी के लिए सोलर लाइटों को लगाने का भी विचार चल रहा है। इससे सड़क पर रात में सुरक्षा बनी रहेगी और ऊर्जा बचेगी। यह कदम अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने वाली सरकारी नीति का एक हिस्सा है। इस सड़क परियोजना में पर्यटन विभाग भी शामिल है। विभाग ने सुविधाओं का निर्माण और प्रतीक्षालय बनाने की योजना बनाई है। नैमिषारण्य जैसे धार्मिक स्थानों तक पहुंचने वाले पर्यटकों का अनुभव बेहतर होगा और पर्यटन भी बढ़ेगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक  सिधौली से कल्ली चौराहा (30 किमी) और कल्ली से नैमिषारण्य (13 किमी) तक कुल 43 किलोमीटर सड़क को फोरलेन बनाया जाएगा. जिससे लोगों को जाम की समस्या से राहत मिल सके।

अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार से अनुमोदन मिलते ही अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो जाएगी। सिधौली से मां ललिता देवी भव्य मंदिर गेट तक 20 मीटर चौड़ा होगा. 2 मीटर चौड़ा डिजाइन खाका भी बनाया जा रहा है। जिसमें विभिन्न प्रजातियों द्वारा अच्छी गुणवत्ता को देखकर पौधे लगवाए जाएंगे इससे मार्ग की सुंदरता बढ़ेगी और हरियाली और पर्यावरण संरक्षित रहेंगे जिससे पर्यावरण को बहुत लाभ मिलेगा।
 

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