आज आपको शराब की बहुत सारी किस्मे मिल जाएगी जिनमे Rum , वोडका और व्हिस्की सबसे ज्यादा पी जाने वाली अल्कोहल है | बहुत सारे लोग इन सबको एक ही मानते हैं पार ऐसा नहीं है , इन सबमे बहुत सारे अंतर होती है और आज हम आपको इसके बारे में ही बताने जा रहे हैं
New Delhi : शराब के शौकीनों को अच्छी तरह से पता होता है कि रम, वोदका, वाइन, व्हिस्की में क्या अंतर है. लेकिन बहुत से ऐसे लोग जो शौकिया और कभी-कभार ही शराब पीते हैं उन्हें इसके बारे में कम जानकारी होती है. जो शराब को छूते भी नहीं हैं उन्हें तो बमुश्किल ही इसके बारे में पता होगा. हालांकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो शराब की एक बूंद भी नहीं पीते लेकिन उसके हर प्रकार के बारे में जानते हैं. लेकिन हमारा ये आर्टिकल उन लोगों को शराब के अलग-अलग प्रकारों के बारे में जानकारी देगा जिन्हें इसके बारे में पता नहीं है
रम, वोदका, वाइन और व्हिस्की में अंतर उन्हें बनाने की प्रक्रिया से लेकर उनमें अल्कोहल की मात्रा तक का होता है. इसके अलावा इनका स्वाद और रंग भी अलग-अलग होता है. लोगों की इन्हें लेकर अपनी-अपनी पसंद होती है.
रम-
कम पैसों में ज्यादा अल्कोहल प्रतिशत वाली रम को लोग सर्दियों में पीना ज्यादा पसंद करते हैं. इसमें अल्कोहल का 40 प्रतिशत से ज्यादा होता है. इसे बनाने के लिए गन्ने के रस का किण्वन किया जाता है.
वोदका-
40 से 60 प्रतिशत तक अल्कोहल वाली वोदका दिखने में ऐसी लगती है जैसे पानी हो. लेकिन इसका खुमार बहुत तेज और असरदार होता है. पूर्वी यूरोप और रूस इसके उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है. वोदका को बनाने के लिए अनाज और शीरे को उपयोग में लाया जाता है.
वाइन-
बहुत कम अल्कोहल और अपने बेहतरीन स्वाद के लिए वाइन बहुत प्रसिद्ध है. लोग सामान्य तौर पर भी इसे काफी पीते हैं. कहते हैं कि संतुलित मात्रा में वाइन पीना सेहत के लिए भी लाभदायक होती है. इसमें 9 से 18 प्रतिशत तक अल्कोहल होता है. इसे बनाने के लिए अंगूर जैसे फल का उपयोग किया जाता है.
व्हिस्की-
गेहूं और जौ जैसे अनाज से बनने वाली व्हिस्की में 30 से 65 प्रतिशत तक अल्कोहल हो सकता है. सामान्यत: इसमें अल्कोहल की मात्रा को 40 प्रतिशत के आसपास रखा जाता है. यूरोप में व्हिस्की का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है.
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