Ayodhya: राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा में अब कुछ ही समय शेष है। जिसे लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है और जोर-शोर से तैयारियां भी चल रही हैं। रिपोर्ट्स की माने तो अयोध्या (Ayodhya) में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश-विदेश से कुल 8000 मेहमानों को आमंत्रित किया गया है। राम मंदिर के उद्घाटन को देखते हुए भगवान राम से जुड़ी तमाम तरह की पौराणिक कथाएं एक बार फिर से चर्चा में आ गई हैं। कि भगवान राम ने कितने वर्षो तक अयोध्या पर राज किया, रावण से युध्द के समय श्रीराम (Shri Ram) की उम्र क्या था। चलिए आपको बताते हैं इन सबके बारे में।
अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम के शासन काल की बात करें तो इसको लेकर कुछ शोध भी हुए लेकिन महर्षि वाल्मीकि द्वारा लिखित ‘रामायण’ (Ramayana) में श्रीराम (Shri Ram) के शासन काल का उल्लेख मिलता है। वाल्मीकि जी की रामायण में राम राज्य 11000 वर्षों तक चला। इस काल को रामराज्य के नाम से जाना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार राम राज्य एक ऐसा काल था जहां पूर्ण रूप से लोग निस्वार्थ भाव से प्रेम पूर्वक मिलजुल कर रहते थे। नियमों का पालन किया जाता था। ईर्ष्या की भावना से दूर-दूर तक नाता नहीं था। माना जाता है कि ऐसा काल दोबारा आना संभव नहीं है। ये केवल भगवान राम के राज में ही मुमकिन था।
रावण से युद्ध के समय इतनी थी श्रीराम की आयु
भगवान राम ने अयोध्या (Ayodhya) पर 11000 वर्षों तक राज किया लेकिन इस तथ्य को लेकर मन में कई तरह के प्रश्न उठते है कि अगर भगवान राम ने धरती पर 11000 वर्षों तक राज किया तो उनकी आयु कितनी रही होगी। कुछ शोधकर्ताओं ने अपने तथ्यों से भगवान राम की आयु का अंदाजा लगाया है। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, भगवान राम का जन्म लगभग 5114 ईसा पूर्व में हुआ था।
भगवान काम ने जब वनवास शुरू किया था तो उनकी उम्र लगभग 27 वर्ष की थी। रावण के साथ युद्ध के समय उनकी आयु लगभग 38 से 40 के बीच मानी जाती है। लगभग 41 वर्ष की आयु में भगवान राम अयोध्या (Ayodhya) लौटे थे और 11000 वर्षों तक जीवित रहकर अयोध्या पर राज्य किया, लेकिन इनका भी सिर्फ अंदाजा लगाया जा सकता है। यह एक अनसुलझे इतिहास की तरह है, जिसका जवाब मिलना संभव नहीं है।