दिन भर में कितने कप कॉफी पीना सही? जानें इसके नुकसान और फायदे!!

दिन भर में कितने कप कॉफी पीना सही? जानें इसके नुकसान और फायदे!!

Coffee Side Effects: “कॉफी” इसके सेवन के साथ कई लोगों की दिन की शुरुआत होती है। चाय की तरह ही कॉफी को भी लोगों के बीच पसंद किया जाता है। तनाव को दूर करना हो या खुद को एक्टिव, इसके लिए कई लोगों की पसंद में से एक कॉफी है। हालांकि, लोकप्रिय कॉफी क्या सेहत के लिहाज से सही है? क्या कॉफी का सेवन करना शरीर के लिए फायदेमंद है? दिनभर में कॉफी के कितने कप पी रहे हैं? इसका ध्यान देना जरूरी है? तो इसका जवाब “हां” हैं।

दरअसल, आप दिनभर में कितनी कॉफी पीते हैं, इसका ध्यान रखना जरूरी है। भले ही कॉफी पीने के कई फायदों के बारे में आपको जानकारी हो, लेकिन हद से ज्यादा कॉफी पीना आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है। आइए जानते हैं दिन भर में कितने कप कॉफी पीना सही? साथ ही कॉफी पीने के नुकसान भी बताने जा रहे हैं।

दिल की सेहत पर बुरा असर

अधिक कॉफी का सेवन करना कई तरह से नुकसानदायक हो सकता है, जिसका पता शायद आपको तुरंत न चले लेकिन हर दिन की आदत में अधिक कॉफी का शामिल होना सालों बाद अपना प्रभाव दिखा सकता है। एक अध्ययन में तो ये भी जानकारी दी गई है कि ज्यादा कॉफी के सेवन से दिल पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ दिल से जुड़ी बीमारियां अधिक कॉफी पीने पर हो सकती हैं। इतना ही नहीं, हाई ब्लड प्रेशर का खतरा भी बढ़ जाता है।

दिनभर में कितने कप कॉफी पीनी चाहिए?

अगर आप एक कॉफी लवर हैं तो दिनभर में 2 से 3 कॉफी का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, 4 कप से ज्यादा कॉफी पीना नुकसानदायक होता है। शोधकर्ताओं के अनुसार कॉफी में कैफीन होती है जो सेहत के लिए सही नहीं है। ज्यादा कॉफी दिल की धड़कनों को तेज करती और आपमें एनर्जी उत्पन्न करती है। हालांकि, तुरंत ऊर्जावान होने के लिए कॉफी का सेवन करना दिल की धड़कनों के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी बढ़ाता है जो सही नहीं है।

कॉफी पीने के नुकसान

  1. पाचन संबंधित समस्याएं होने लगती हैं।
  2. उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है।
  3. दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं।
  4. गर्भावस्था के दौरान बहुत हानिकारक होती है।
  5. अधिक तनाव या एंजायटी की समस्या हो सकती है।
  6. उच्च मात्रा एसिडिटी की समस्या भी होने लगती है।इसे भी जरूर पढ़ें –

कॉफी पीने के फायदे

  1. शरीर में एनर्जी लेवल को बढ़ाता है।
  2. कैंसर के खतरे को कम करने में मददगार है।
  3. डायबिटीज के जोखिम को कम करने में मददगार है।
  4. कैलोरी बर्न करने में मददगार है।
  5. पित्त और पथरी के रोगों के जोखिम को कम करने में मददगार है।

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