Bubbles in Urine Causes: शरीर में किसी तरह का बदलाव होना या किसी समस्या के उत्पन्न होने पर पेशाब के रंग से पहचान की जा सकती है। यूरिन कई समस्या का संकेत दे सकता है। हल्के पीले रंग, सफेद रंग या किसी दूसरे रंग का पेशाब ये दर्शा सकता है कि आपको किडनी की बीमारी है या कोई और समस्या हो गई है। पेशाब के रंग के अलावा पेशाब का झाग बनना भी आम नहीं है। खासतौर पर अगर पुरुषों को यूरिन करते समय दिखे कि पेशाब झाग जैसा है तो उनके लिए वो किसी बड़ी समस्या का संकेत भी हो सकता है।
जी हां, पुरुष इससे अनजान होते हैं कि उनके यूरिन के बुलबुले किसी समस्या की ओर इशारा कर रहे हैं। सिर्फ किडनी संबंधित परेशान नहीं बल्कि बांझपन का भी संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं कि पुरुषों के पेशाब में झाग बनना कैसे बांझपन का संकेत हो सकता है?
पेशाब में झाग आना बांझपन का संकेत
पेशाब में झाग आना बांझपन का संकेत हो सकता है। दरअसल, कुछ पुरुषों में ये समस्या हो सकती है कि उनके यूरिन में वीर्य निकलने लगता है, जोकि एक पुरुषों से जुड़ा एक रोग है। इसे रेट्रोग्रेड इजेकुलेशन (Retrograde ejaculation) के नाम से जाना जाता है। इसमें पुरुष के शरीर का कोई सा भी अंग प्रभावित हो सकता है। आमतौर पर किडनी पर असर देखने को मिलता है और फिर पेशाब में झाग आने लगता है।
पुरुषों में होने वाली यौन समस्या
रेट्रोग्रेड इजेकुलेशन रोग पुरुषों में होने वाली यौन समस्या है। इस दौरान वीर्य पुरुष के लिंग से बाहर निकलने की जगह यूरिन ब्लैडर (Urinary Bladder) यानी मूत्राशय में चला जाता है। ऐसे में पुरुष का वीर्य या तो लिंग से बाहर आता नहीं है या बहुत कम मात्रा में आता है। सामान्य स्थिति में शारीरिक संबंध के दौरान या फिर चरम सीमा के दौरान पुरुषों के दौरान लिंग से वीर्य निकलता है और मूत्राशय का द्वार बंद हो जाता है। हालांकि, इस रोग के होने पर मूत्रमार्ग के रास्ते से वीर्य (Sperm) बाहर निकलता है, जो कि बांझपन की वजह भी बन सकता है।
डॉक्टर से सलाह करना जरूरी
अगर लंबे समय से पेशाब में झाग दिखे चाहे आप कभी भी यूरिन कर रहे हैं तो इसे नजरअंदाज न करें। हालांकि, ऐसे बहुत कम मामले हैं जब पुरुषों के साथ ऐसी समस्या हो, लेकिन 100 में 99 प्रतिशत लोग इस समस्या से अनजान भी हैं। बता दें कि मूत्राशय में वीर्य की उपस्थिति होना नुकसानदायक नहीं है, लेकिन समय रहते इसका इलाज होना जरूरी है। इसके लिए आपको डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।इसे भी जरूर पढ़ें –
कैसे पता लगाएं रेट्रोग्रेड इजेकुलेशन रोग है या नहीं?
रेट्रोग्रेड इजेकुलेशन रोग है या नहीं ये जानने के लिए आप यूरिन टेस्ट करा सकते हैं। इसके लिए युरीएनालिसिस जांच करवानी होगी, जिससे इस समस्या का पता लग सकेगा। अगर यूरिन टेस्ट में शुक्राणुओं की मात्रा ज्यादा होने पर रेट्रोग्रेड एजैकुलेशन रोग है, ये कंफर्म हो जाएगा। हालांकि, आपको डॉक्टर से जरूर संपर्क करना होगा।