आगरा. कहते हैं कि फास्ट फूड वैसे तो सेहत के लिए अच्छे नहीं होते, लेकिन किसी को इसकी की ऐसी लत लग जाए कि वह इसकी वजह से अपनी ससुराल ही छोड़कर आ जाए, और पति की शिकायत पुलिस से कर दे, तो कैसा लगेगा. जी हां, एक ऐसा ही अजीबो गरीब मामला ताजनगरी में सामने आया है. एक विवाहिता सिर्फ इसी बात पर अपना ससुराल छोड़कर मायके आ गई कि उसका पति उसको चाउमीन, बर्गर, डोसा, बर्गर नहीं खिलाता था. उसने पुलिस से शिकायत कर दी. पुलिस से होता हुआ मामला परिवार परामर्श केंद्र तक जा पहुंचा. जब काउंसलर्स ने यह मामला देखा तो उनको भी हंसी छूट गई.
थाना हरिपर्वत क्षेत्र के सेंट जॉन्स चौराहे की रहने वाली एक युवती की शादी भरतपुर के एक युवक से एक साल पहले हुई थी. शादी के बाद कुछ दिन तक तो सब ठीक-ठाक चला. पति सादा खाना खाता था, जबकि पत्नी फास्ट फूड खाने की दीवानी थी. शादी के बाद कुछ दिन तक पत्नी ने सादा खाना खाया, जब उसने पति से बर्गर, चाउमीन, डोसा, पिज्जा खाने को कहा तो उसने मना कर दिया.
पत्नी का आरोप है कि पति उसको सादा खाने की बोलता है, जबकि उसको फास्ट फूड खाने की आदत है. उसके मायके के बाहर ही फास्ट फूड की दुकानें लगती थीं, तभी से उसको यह आदत लग गई.
बस इसी बात पर कलेश होने लगा. फास्ट फूड नहीं खिलाने पर पत्नी अपनी ससुराल छोड़कर मायके आ गई. उसने पति की शिकायत पुलिस से कर दी. जब पुलिस के सामने यह मामला पहुंचा तो पुलिस भी अपनी हंसी नहीं रोक सकी. उसने परिवार परामर्श केंद्र में ट्रांसफर कर दिया. काउंसलिंग के लिए काउंसलर्स ने पति और पत्नी दोनों को बुलाया, समझाने का प्रयास किया. अंत में निर्णय निकला की पति अपनी पत्नी को हफ्ते में एक दिन फास्ट फूड जरूर खिलाया करेगा. इसके बाद पत्नी अपने पति के साथ भरतपुर स्थित अपनी ससुराल चली गई.