हरियाणा में अब ‘आप’ करेगी कांग्रेस को साफ! भाजपाईयों में दौडी खुशी की लहर

हरियाणा में अब ‘आप’ करेगी कांग्रेस को साफ! भाजपाईयों में दौडी खुशी की लहर

AAP-Congress Alliance Fail: बैठकों का लंबा दौर चला. जमकर बातचीत हुई. मोलभाव हुआ. लेकिन बात नहीं बनी. हरियाणा विधानसभा चुनाव अब और ज्यादा रोचक हो गया है. वो इसलिए क्योंकि सोमवार को आम आदमी पार्टी ने अपने 20 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. कांग्रेस के साथ गठबंधन की बातचीत फेल हो गई. यानी अब जाटलैंड में मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के बीच होगा. 12 सितंबर को नॉमिनेशन की आखिरी तारीख है. राज्य में वोटिंग 5 अक्टूबर को होनी है और रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा.

कांग्रेस ने आप को ऑफर की कम सीटें?

सूत्रों के अनुसार, अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी 10 सीट की मांग कर रही थी, जबकि कांग्रेस ने उसे केवल पांच सीट की पेशकश की थी. कांग्रेस के इसी रवैये के कारण भी आम आदमी पार्टी के नेता खफा थे. आप चाहती थी कि गठबंधन में उसे ज्यादा सीटें दी जाएं, जिसके लिए कांग्रेस तैयार नहीं थी. माना जा रहा है कि यह फैसला अगले साल दिल्ली विधानसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन की दो बड़ी पार्टियों के साथ आने की संभावना पर भी असर डाल सकता है.

कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी अपनी सीटों की मांग को 10 से घटाकर 5 तक भी ले आई थी. लेकिन कांग्रेस ने उसे 3 सीटों का ऑफर दिया, जो आप को नागवार गुजरा.

जिन 20 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवार उतारे हैं, उनमें से 12 ऐसी हैं, जिन पर कांग्रेस पहले से ही उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है. ये सीटें हैं- नारायणगढ़, असंध, उचाना कलां, समालखा, महम, बादशाहपुर, रोहतक, बादली, बेरी, महेंद्रगढ़, डबवाली और बहादुरगढ़.

’90 सीटों पर चुनाव की कर रहे तैयारी’

कांग्रेस के साथ गठबंधन के मुद्दे पर आप हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा, ‘मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि हम पहले दिन से ही सभी 90 सीट के लिए तैयारी कर रहे हैं. चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है, नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 12 सितंबर है. इसलिए अब इंतजार खत्म हुआ.’ उन्होंने कहा कि हरियाणा में आप एक मजबूत विकल्प है और पार्टी के उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी जल्द ही जारी की जाएगी.

वहीं आप के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि इससे इस बात की संभावना का पता चलता है कि दोनों पार्टियां राज्य में सीट बंटवारे के लिए गठबंधन के तहत एक साथ नहीं आएंगी और इसके बजाय पार्टी ने नए विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के लिए संगठनात्मक आधार तैयार करने का विकल्प चुना है, जहां एक ओर उसे अपनी जड़ें जमाने का ‘विश्वास’ है, वहीं दूसरी ओर जहां उसका कैडर पहले से ही मौजूद है, वहां पार्टी को और मजबूत किया जाएगा.

जमकर चला बैठकों का दौर लेकिन नहीं बनी बात

कांग्रेस की तरफ से दीपक बाबरिया और आप की तरफ से राघव चड्ढा की अगुआई में सीट बंटवारे पर बात हो रही थी. रविवार को चड्ढा ने कहा था कि दोनों पार्टियों को उम्मीद है कि कुछ सकारात्मक नतीजा आएगा. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.

राहुल चाहते थे कि गठबंधन हो मगर…

दरअसल, रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल गांधी भी चाहते थे कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाए. लेकिन इस प्रस्ताव को राज्य नेतृत्व ने मानने से इनकार कर दिया खासकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा कैंप ने. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रस्तावित गठबंधन को लेकर पार्टी के भीतर असहमति के कारण हरियाणा कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता हुड्डा पार्टी की एक बैठक से बाहर चले गए थे. इसके बाद गठबंधन की बातचीत पटरी से उतर गई.

आप की लिस्ट में क्या है खास?

आप ने आज जो लिस्ट जारी की है, उसमें हरियाणा इकाई के उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा को कलायत से मैदान में उतारा है, जिसे पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का मजबूत गढ़ माना जाता है. वहीं, इंदु शर्मा को भिवानी से मैदान में उतारा गया है. विकास नेहरा महम से और बिजेंद्र हुड्डा रोहतक से मैदान में होंगे. आप ने चौटाला परिवार के गढ़ डबवाली से कुलदीप गदराना को मैदान में उतारा है. पार्टी के अन्य उम्मीदवारों में बहादुरगढ़ से कुलदीप छिकारा, बादली से रणधीर गुलिया, बेरी से सोनू अहलावत शेरिया, बल्लभगढ़ से रविंदर फौजदार, सोहना से धर्मेंद्र खटाना और बादशाहपुर से बीर सिंह सरपंच शामिल हैं. इसे भी जरूर पढ़ें –

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