Ajab GazabIndiaTrendingViral

आखिर क्या है जो बन रहा है शादी का नाम लड़कियों के मन में भय का कारण…

आखिर क्या है जो बन रहा है शादी का नाम लड़कियों के मन में भय का कारण…
आखिर क्या है जो बन रहा है शादी का नाम लड़कियों के मन में भय का कारण…

शादी बहुत ही खूबसूरत रिश्ता माना जाता है । इतना ही एनएच शादी को ना सिर्फ एक बंधन बल्कि इसको दो परिवारों का मिलन भी कहा गया है । यह हमारे यहाँ पर 16 संकारों में से एक है और कहा जाता है की यह जीवज्न जिबने के लिए हमारे जीवन को आगे बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी पड़ाव है ।

व्याह इतना जरूरी है वाखीर क्यों आज लड़कियां अपने अंदर इस डर को समा कर बैठी है । बहुत ही कम लोग हैं जो इस बात क्लो समझ पाते हैं की उनके अंदर क्या चल रहा है । उनपर कई बार बहुत सी बातें थोप दी जाती है आखिर ऐसा क्या है जोई उनको शादी के बंधन में बांधने से रोक रहा यहाई आइये जानते हैं क्या है इसके पीछे की वह वजह जो लड़कियों को अपने डर का शिकार बनाए जा रहा है ।

शादी का डर इसकोप गोमोफोबिया कहा जाता है । आम भाषा में समझा जाए तो शादी का डर। कुछ लड़़कियों में यह हद से ज्यादा कई बार तो कंट्रोल से बाहर होता है। वह अपने नए जीवन को लेकर किसी भी तरह की कमिटमेंट करने से डरते है। कई बार यह डर इतना बढ़ जाता है कि लड़कियों को मेडिकल की जरुरत पड़ती है। यह डर शादी से लेकर शादी के बाद सेटल व पार्टनर के साथ खुश रहने का डर होता है। वह सोच कर ही डर जाते है कि वह किस तरह से खुद को हैंडल करेगीं। ऐसे में उन्हें शारीरिक व मानसिक तौर पर काफी तकलीफ होती ह

क्या हो सकता है इसके होने का कारण ?
किसी करीबी को छोड़ कर जाने का डर,अपनो को लेकर असुरक्षित महसूस करना ,डिप्रेशन,अपने पेरेंट्स के साथ बहुत ही प्यार होना,खुद को नुकसान पहुंचाने की आदत , किसी रिश्ते में विफल होना , प्रेम प्रसंग में कोई ऐसी परेशानी आ जाना की इस तरह की बाटो से ही घबराहट होने लगना , अपने आस पास के महोल को देखते हुए मन में डर बैठ जाना ।

क्या होते है इसके लक्षण :- शादी के ख्याल से ही डर जाना। एंग्जायटी ,बुरे ख्याल आना,खुद पर कंट्रोल खो देना ,बहुत ज्यादा गुस्सा आना ,सीने में दर्द होना ,उल्टी, चक्कर आना ,सांस लेने में दिक्कत होना ,किसी नए के साथ इमोशनल तौर पर कनेक्ट न हो पाना , सही पार्टनर चुनने में दिक्कत होना

क्या हो सकता है इसका इलाज़ :-
इसका कोई इलाज़ मौजूद नही है हाँ कुछ दवाओन्म के साथ इस तरह के फोबीओया को कम किया जा सकता है पर खत्म नही किया जाता । माँ बाप को खुद पर थोड़ा नियंत्रण और ढेरया राख्नरे की बहयुत ज्यादा जरूरत है नही तो कोई भी तरह की ज़ोर जबर्दस्ती के कारण वह अपनी बेटी को क्ल्हो भी सकते हैं यह फोबिया इतना घटक होता है । उनको सम्झजाए प्यार से रखें । धिओरे धीरे उनको किसी रिश्ते ,में डालेंम ज़ोर जबर्दस्ती किसी से भी शादी न करवाए ।

Leave a Reply