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मेरे हाथ पैर बांधकार एक कमरे में डाला…फिर एक ऑफिसर ने मेरे कपड़े….

मेरे हाथ पैर बांधकार एक कमरे में डाला…फिर एक ऑफिसर ने मेरे कपड़े….
मेरे हाथ पैर बांधकार एक कमरे में डाला…फिर एक ऑफिसर ने मेरे कपड़े….

उड़ीसा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर की बेटी और एक वर्तमान आर्मी ऑफिसर की मंगेतर ने पुलिस थाने में पुलिस अधिकारियों द्वारा अपने साथ हुई बर्बरता की कहानी मीडिया के सामने बयां की।

पीड़िता ने मीडिया को बताया कि पुलिस अधिकारियों ने बिना किसी अपराध के उसे पकड़ लिया, उसका हाथ-पैर बांध दिया, और एक बंद कमरे में डाल दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि एक महिला पुलिस अधिकारी ने उसके बाल पकड़कर जोर-जोर से खींचते हुए उसे मारना शुरू किया। पीड़िता की बार-बार विनती करने के बावजूद, पुलिसकर्मियों ने उस पर अत्याचार जारी रखा और उसे स्टेशन के कॉरिडोर में घसीटा।

वहीं एक मेल पुलिस अधिकारी ने कमरे में गया और उसने पीड़िता पर शारीरिक हमला किया। पीड़िता ने बताया कि, अधिकारी ने उसके जैकेट से उसके हाथ बांध दिए और एक महिला कॉन्स्टेबल ने उसके पैरों को भी बांध दिया। इसके बाद मेल अधिकारी ने उसके कपड़े उतारने की कोशिश की और उसे लगातार पीटना शुरू किया। इस हमले में उसने पीड़िता के कपड़े फाड़ दिये और उसके सीने पर किक मारना शुरू किया।

पीड़िता ने बताया कि शाम के समय एक और वरिष्ठ अधिकारी ने थाने में आकर उसका शारीरिक उत्पीड़न किया। उसने आरोप लगाया कि उस अधिकारी ने उसके कपड़े उतारने की धमकी दी और उसे गंदी हरकतें करने की कोशिश की। मामले में डीजीपी ने एक्शन लेते हुए भरतपुर पुलिस स्टेशन के 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।

मामले में आर्मी ऑफिसर की मंगेतर ने मीडिया को बयान देकर कहा कि वे 15 सितंबर की रात कार से अपने घर जा रहे थे। इस दौरान कुछ बदमाशों ने हमें रोका और मारपीट करने की कोशिश की। हम किसी तरह बचकर पुलिस स्टेशन पहुंचे। जब मैंने एफआईआर के लिए कहा तो उन लोगों ने हमें पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान वहां तैनात अधिकारियों ने उसका यौन उत्पीड़न किया।

आर्मी ऑफिसर की मंगेतर ने कहा कि मदद करने की जगह लेडी कांस्टेबल हमसे बुरा व्यवहार करने लगी। जिसके बाद पुलिसकर्मी किसी बात पर भड़क गए। उन्होंने मेरे मंगेतर को जेल में डाल दिया। मैंने पुलिस वालों से कहा कि यह गैरकानूनी है, पुलिस सेना के अधिकारी को हिरासत में नहीं ले सकती। इसके बाद महिला कर्मियों ने मुझे पीटना शुरू कर दिया और मेरे हाथ-पैर बांधकर मुझे एक कमरे में बंद कर दिया। कुछ देर बाद एक पुरुष पुलिसकर्मी कमरे में आया और उसने मेरे सीने पर कई लातें मारीं। उसने मेरी पैंट उतार दी। इसके बाद पुलिसकर्मी ने अपनी पैंट उतारी और मुझे अपना प्राइवेट पार्ट दिखाने लगा।

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