डायबिटीज आजकल की एक बेहद आम समस्या बन गई है। दुनियाभर में करोड़ों लोग इस रोग से जूझ रहे हैं। यह खराब खान-पान और लाइफस्टाइल की वजह से होने वाली एक बीमारी है।
यह बीमारी तब होती है, जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित नहीं रहता है। डायबिटीज में शरीर इंसुलिन का उत्पादन सही तरीके से नहीं हो पाता है। आपको बता दें कि डायबिटीज होने पर ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। इसकी वजह से तंत्रिका क्षति होने लगती है। इससे शरीर में झुनझुनी और सुन्नता जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं। डायबिटीज, हार्ट और किडनी फेलियर का कारण भी बन सकता है। इसलिए डायबिटीज रोगियों को ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी होता है। ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए डाइट का खास ध्यान रखना जरूरी होता है। ‘आरोग्य विद आयुर्वेद’ (Arogya with Ayurveda) स्पेशल सीरीज में आज हम डायबिटीज रोगियों को नाश्ता, लंच और डिनर में क्या खाना चाहिए, इसके बारे में बात करेंगे।डायबिटीज रोगियों के पूरे दिन के डाइट प्लान के बारे में जानने के लिए हमने दिल्ली नगर निगम प्रमुख आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. आर.पी.पाराशर से बातचीत की-
नाश्ते में क्या खाएं डायबिटीज रोगी?
डॉ. आर.पी. पाराशर बताते हैं, “डायबिटीज रोगियों को नाश्ते में फलों का सेवन करना चाहिए। डायबिटीज रोगी पपीता, केला, नाशपाती, सेब, मौसंबी, संतरा आदि फलों का सेवन कर सकते हैं। डायबिटीज रोगी सुबह खाली पेट फलों का सेवन कर सकते हैं। इसका काफी अच्छी रिजल्ट देखने को मिलता है। फलों का सेवन करने से ग्लाइसेमिक इंडेक्स नहीं बढ़ता है। नाश्ते में फल खाने से में भी काफी फर्क पड़ता है। फलों में फाइबर होता है, जिससे वेट लॉस में भी मदद मिलती है। अगर ब्लड शुगर ज्यादा बढ़ा हुआ है, तो आम और अंगूर खाने से परहेज करना चाहिए।”
आयुर्वेद के अनुसार, जब अग्नि मंद हो जाती है और मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, तो शरीर में आम (टॉक्सिंस) जमा हो जाते हैं। ये आम कई तरह के बीमारियों का कारण बनते हैं। ऐसे में फल खाने से पाचन-तंत्र मजबूत बनता है। फल आसानी से डाइजेस्ट हो जाते हैं। इससे टॉक्सिंस भी नहीं बनेंगे। आपको बता दें कि डायबिटीज रोगियों को ज्यादा ठंडी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। लेकिन, चीनी का सेवन करने से बचना चाहिए। चीनी में सुक्रोज होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है।
मिड मॉर्निंग में क्या खाएं डायबिटीज रोगी?
डॉ. आर.पी.पाराशर बताते हैं, “डायबिटीज रोगी मिड मॉर्निंग में स्प्राउट्स का सेवन कर सकते हैं। मूंग दाल स्प्राउट्स, चने के स्प्राउट्स, सोयाबीन, क्विनोआ और बीन्स स्प्राउट्स खा सकते हैं। अक्सर लोग 11-12 बजे के बीच में चाय का सेवन करते हैं। लेकिन अगर आपको डायबिटीज है, तो इस समय पर स्प्राउट्स खाना फायदेमंद हो सकता है।”
लंच में क्या खाएं डायबिटीज रोगी?
डॉ. आर.पी.पाराशर बताते हैं, “डायबिटीज रोगी लंच में दाल-रोटी का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, डायबिटीज रोगियों के लिए प्रोटीन इनटेक करना बहुत जरूरी होता है। दाल में प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में अगर आप लंच में दाल-रोटी का सेवन करेंगे, तो इससे आपको फायदा मिल सकता है।”
स्नैक्स में क्या खाएं डायबिटीज रोगी?
डॉ. आर.पी.पाराशर बताते हैं, “स्नैक्स में अक्सर लोग समोसा, पकौड़े, पिज्जा जैसे फास्ट फूड्स का सेवन करते हैं। लेकिन इनमें कार्ब्स अधिक मात्रा में होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं। साथ ही, शरीर में टॉक्सिंस जमा होने का कारण भी बन सकते हैं। इसलिए डायबिटीज रोगियों को स्नैक्स में मखाना, ड्राई फ्रूट्स, सीड्स, मक्का आदि का सेवन करना चाहिए।”
डिनर में क्या खाएं डायबिटीज रोगी?
डॉ. आर.पी.पाराशर बताते हैं, “डायबिटीज रोगियों को डिनर में ज्यादा हैवी खाना खाने से परहेज करना चाहिए। डायबिटीज रोगी डिनर में बाजरे की रोटी और हरी पत्तेदार सब्जी का सेवन कर सकते हैं। डायबिटीज रोगियों के लिए पालक, बथुआ, सरसों का साग आदि फायदेमंद हो सकते हैं।”
डायबिटीज रोगी इन ड्रिंक्स का करें सेवन
- करेले का जूस
- आंवले का जूस
- जामुन के बीजों के पाउडर का पानी
- पुदीने का जूस
- तुलसी का जूस
डायबिटीज रोगियों को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए। फास्ट फूड्स और जंक फूड्स से पूरी तरह परहेज करें। लेकिन, अगर आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।