आचार्य चाणक्य चंद्रगुप्त मौर्य के महा मंत्री थे। वे कौटिल्य नाम से भी विख्यात हैं। वे तक्षशिला विश्वविद्यालय के आचार्य थे। उन्होंने नंद वंश का विनाश करके चंद्रहगुप्त मौर्य को राजा बनाया।
आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन के लिए कई सारी ऐसी नीतियां बनाई है जो मनुष्य के लिए अत्यंत आवश्यक और लाभकारी है। कई ऐसे लोग होते हैं जो जीवन भर मेहनत करते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें सफलता व सुख नहीं मिल पाता।
वहीं कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो थोड़ी ही मेहनत से सफलता हासिल कर लेते हैं। जीवन में असफल होने का सबसे बड़ा कारण जानकारी व मार्गदर्शन का अभाव हो जाता है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति के लिए आचार्य चाणक्य के नीति शास्त्र उपयोगी साबित होते हैं।
मनुष्य आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन करके अपने जीवन में सफलता अवश्य हासिल कर सकता हैं। आज जानते हैं तीन ऐसे मंत्र जिसे सुनकर और उन पर अमल करके व्यक्ति दिन दुगुनी रात चौगुनी तरक्की पा सकता हैं।
1. ईमानदार होना जरुरी
चाणक्य नीति के अनुसार अगर आप जीवन में सफलता पाना चाहते हैं तो ईमानदार होना बहुत जरूरी है। जहां आपको कोई बात गलत लग रही हो वहां अपने विचार अवश्य रखें, लेकिन अपनी भलाई को ध्यान में रखें अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार कर ईमानदारी न दिखाएं।
2. टालने की कोशिश न करें
चाणक्य कहते हैं कि काम को टालना मतलब सफलता से दूरी बनाना है। अगर आप कामयाबी चाहते हैं तो इस आदत से दूर रहें। अपने काम को समय पर नहीं करेंगे तो वह बढ़ता जाएगा और आखिरी वक्त तक आपको लगे रहना होगा। ऐसे में जल्दबाजी के चलते गलतियों की संभावनाएं बढ़ जाती है और खुद की लापरवाही से बनते काम बिगड़ जाते हैं।
3. जानकारी की कमी नहीं होनी चाहिए
चाणक्य जी कहते है कि, किसी भी व्यक्ति में जानकारी का अभाव उसका सबसे बड़ा दुश्मन होता है। किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले उस कार्य, स्थान, हालात के बारे में पूरी जानकारी रखनी चाहिए। ऐसा करने से सफलता का प्रतिशत सौ फीसदी बढ़ जाता है।