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कितनी ही गोरी क्यों न हो लड़की, लेकिन प्राइवेट पार्ट काला! जानें इसके पीछे का ये बड़ा राज….

कितनी ही गोरी क्यों न हो लड़की, लेकिन प्राइवेट पार्ट काला! जानें इसके पीछे का ये बड़ा राज….
कितनी ही गोरी क्यों न हो लड़की, लेकिन प्राइवेट पार्ट काला! जानें इसके पीछे का ये बड़ा राज….

शादी जैसे ही तय होती है, वैसे ही लड़कियों के दिमाग में अपने शरीर को चमकाने के अलग-अलग तरह के आइडिया आने लग जाते हैं। यही वजह है कि महीनों पहले लगातार फेशियल से लेकर बॉडी पॉलिशिंग और यहां तक कि हर तरह के घरेलू नुस्खों तक को वो अपनाती दिखाई देती हैं। इनमें से ज्यादातर उपाय स्किन को वन-टोन करने और पिगमेंटेशन को दूर करने वाले होते हैं।

अक्सर देखा जाता है कि लड़कियां अपने चेहरे से लेकर हाथ, पैर, पीठ और पेट तक पर इस तरह के उपायों का भरपूर उपयोग करती हैं। हालांकि, ज्यादातर के मन में अपने प्राइवेट पार्ट के रंग को लेकर भी असुरक्षा का भाव रहता है।

इंटिमेट पार्ट से जुड़ी चीजों को लेकर आज भी घरों में लड़कियां अपनी मां तक से बात करने से हिचकिचाती दिखती हैं। इस वजह से ज्यादातर इस हिस्से में होने वाले कालेपन को लेकर अपनी चिंता जाहिर नहीं कर पातीं। और शादी होने वाली हो, तब उनके मन में और टेंशन बढ़ जाता है। इसलिए हम लेकर आए हैं, उन ट्रीटमेंट के बारे में जानकारी जिनकी मदद से इंटिमेट पार्टी के पिगमेंटेशन को कम किया जा सकता है।

आजकल ऐसे कई हाई क्वॉलिटी पीलिंग ऑप्शन्स मौजूद हैं, जो बिना स्किन को इरिटेट किए, पिगमेंटिड स्किन से निजात दिला सकने में सक्षम हैं। प्राइवेट पार्ट के लिए भी इसमें कई विकल्प हैं। ये पीलिंग वल्वा और उसके आसपास के हिस्से के पिगमेंटेशन को ट्रीट कर, उसे हल्का कर करती है।

जिस तरह से बॉडी के अन्य हिस्सों के कालेपन को दूर करने के लिए लेजर का उपयोग किया जाता है, उसी तरह से इंटिमेट एरिया के पिगमेंटेशन के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। फर्क ये है कि इंटिमेट एरिया के लिए खास तरह की लेजर तकनीक इस्तेमाल में लाई जाती है। इन दोनों में से आप जो भी आप्शन चुनें, उससे पहले कुछ चीजों के बारे में जान लेना भी जरूरी है, जिनके बारे में आप आगे जान सकती हैं।

ऐसे क्लीनिक और डर्मेटोलॉजिस्ट को ही चुनें, जो लेटेस्ट तकनीक से अच्छे से परिचित होने के साथ ही इस फील्ड में अच्छा खासा अनुभव भी रखते हों। सस्ते के पीछे बिल्कुल न भागें। आपके लिए सबसे अहम सही मशीन्स, ट्रीटमेंट टूल्स और डॉक्टर का चुनाव करना है।

क्लीनिक से लेकर डॉक्टर तक को अगर आपने सही से नहीं चुना, तो प्राइवेट पार्ट को बुरी तरह से नुकसान पहुंच सकता है। इंटिमेट पार्ट की स्किन बहुत पतली और सेंसेटिव होती है। ऐसे में अगर जरा सी भी चीज इधर-उधर हुई, तो त्वचा के जलने से लेकर बुरी तरह से रिएक्शन हो जाने के चांस बन जाएंगे, जिनके लिए अलग से ट्रीटमेंट करवाने तक की नौबत आ सकती है।

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