पति की मौत से ‘खुश’ थी पत्नी, पुलिस ने पकड़ा तो बोली- ‘हां मैंने ही उसे मारा है….

The wife was 'happy' with the death of her husband, when the police caught her she said- 'Yes, I killed him...'
The wife was ‘happy’ with the death of her husband, when the police caught her she said- ‘Yes, I killed him…’

ग्वालियर. आखिरकार गिरवाई पुलिस ने लोकेंद्र कुशवाह की हत्या के मामले में उसकी पत्नी अंजली कुशवाह, प्रेमी गौरव कुशवाह और मौसरे भाई नंदू को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों ने अपना अपराध भी कबूल कर लिया है. संदिग्ध परिस्थितियों में लोकेंद्र कुशवाह अपने घर पर गुरुवार को मृत हालत में मिला था. पत्नी अंजलि और मौसेरा भाई नंदू गायब थे. पिता नंदलाल जब अपने बेटे लोकेंद्र को अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने लोकेंद्र को मृत घोषित कर दिया था. घर में मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थीं. इसी दौरान चचेरे भाई दिनेश कुशवाह को लोकेंद्र कुशवाह के गले पर नाखून और उंगलियों के निशान मिले. पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में मामला हत्या का निकला.

गिरवाई थाना क्षेत्र के बाबा वाली पहाड़ी पर रहने वाला लोकेन्द्र कुशवाह प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था. वह अपने पिता नंदलाल और पत्नी अंजली कुशवाह साथ रहता था. अंजली के पास उसकी मौसी का बेटा नंदू गुरुवार को आया था. दोपहर करीब तीन बजे जब नंदलाल कुशवाह घर पहुंचा तो अंजली ने अपने ससुर को बताया कि लोकेन्द्र सो रहा है और उसके सिर में दर्द है. वह उसके लिए दर्द की दवा ला दें. साथ ही कहा कि उसे अपने जीजा मनोज कुशवाह के घर जाना है. इस पर नंदलाल दवा लेने के लिए चले गए और कुछ देर बाद वापस आए तो घर की लाइट बंद थी. बहू और नंदू घर पर नहीं थे. अंदर कमरे में लोकेन्द्र बिस्तर पर लेटा हुआ था. जगाया तो वहां कुछ नहीं बोला. हॉस्पिटल ले गए तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. उसका शव लेकर घर पहुंचे और अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की तैयारी करने लगे. तभी मृतक के गले पर खरोंच के निशान दिखे. इसका पता चलते ही पुलिस को सूचना दी.

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्डम हाउस भेज दिया. जब लोकेन्द्र की मौत की गुत्थी उलझी तो पुलिस ने उसकी पत्नी और पत्नी के मौसेरे भाई से पूछताछ की. मौसेरा भाई ने कहानी सुनाई कि अंजली का प्रेम प्रसंग गौरव नामक युवक से चल रहा है. अंजली ने लोकेन्द्र को शराब और मछली खिलाई. जब वह नशे में मस्त हो गया तो उसकी हत्या कर दी.

‘मुझे जरा भी पछतावा नहीं’
अंजलि ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. उसने पुलिस से कहा कि जो भी किया है, उसका जरा भी पछतावा नहीं है. अंजली ने पूछताछ में बताया कि लोकेंद्र और गौरव कुशवाह दोस्त थे. गौरव आर्थिक रूप से भी संपन्न है, इसलिए हम एकदूसरे को प्यार करने लगे थे. मेरे पति को इसकी भनक लग गई थी. प्यार के लिए मैंने लोकेंद्र को रास्ते से हटाया है.

पुलिस ने अंजलि उसके भाई नंदू और प्रेमी गौरव कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया है. एसपी आरके सगर ने बताया कि अंजलि और लोकेंद्र की शादी 4 साल पहले हुई थी लेकिन वह पति को पसंद नहीं करती थी. उसका गौरव कुशवाह नामक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था. अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए अंजलि ने यह खौफनाक षड्यंत्र रचा था.

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