Sirsa Crime News: हरियाणा के सिरसा जिले के डबवाली इलाके में हुए डबल मर्डर का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। गांव गिदड़ाखेड़ा में दंपती का मर्डर किसी और ने नहीं, बल्कि इकलौते नाबालिग बेटे ने किया था। नाबालिग लड़के का किसी लड़की से अफेयर चल रहा था। जिससे वह घंटों तक फोन पर बात करता था। इस बात का पता दंपती को लग गया था। दंपती ने बेटे से फोन छीन लिया था। इसी बात से आरोपी नाराज हो गया। जिसके बाद मौका देख माता-पिता को मौत के घाट उतार दिया।
प्लानिंग के साथ मर्डर
बुधवार को अलसुबह घर में 45 साल के जसवंत सिंह और 41 साल की उसकी पत्नी मलकीत कौर के शव मिले थे। आरोपी ने हत्या के बाद शव जलाने की कोशिश की थी। शव 90 फीसदी तक झुलसे हुए थे। वारदात के बाद आरोपी सुबह चार बजे साथ लगते ताऊ रामसिंह के घर गया था। वहां जाकर अनोखी कहानी सुनाई। नाबालिग ने बताया कि दो लोग हथियार लेकर घर में घुसे। एक ने उसके ऊपर भी हमला करने का प्रयास किया। वह किसी तरह बच गया। लेकिन आरोपियों ने माता-पिता को मौत के घाट उतार दिया और घर को आग लगाने के बाद फरार हो गए। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी।
पुलिस मौके पर आई तो एक बार गच्चा खा गई। लेकिन बाद में आरोपी तरह-तरह की बातें करने लगा। जिसके बाद Haryana पुलिस को शक हो गया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सख्ती की तो आरोपी टूट गया और अपना गुनाह कबूल कर लिया। हालांकि अभी तक पुलिस ने न तो आरोपी को कोर्ट में पेश किया है, न ही उसकी गिरफ्तारी दिखाई है। सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने गंगा गांव के किसी व्यक्ति से ऑनलाइन नशे की गोलियां मंगवाई थीं। दूध में गोलियां मिला दीं, जिसको पीने के बाद दंपती बेसुध होकर सो गया। इसके बाद आरोपी ने रॉड से सिर पर वार कर दोनों को मौत के घाट उतार दिया। बाद में आग लगा दी और ताऊ के घर जाकर शोर मचा दिया।
पुलिस को इस बात का शक
डबवाली सदर थाने के एसएचओ ब्रह्मप्रकाश के अनुसार मामले की जांच की जा रही है। पुलिस की 5 टीमों को मामले की जांच सौंपी गई है। नाबालिग बेटे से पूछताछ की जा रही है। पुलिस हर पहलू पर काम कर रही है। अकेला नाबालिग हत्या नहीं कर सकता। वहीं, एक लड़की की भूमिका भी खंगाली जा रही है। जो आरोपी की गर्लफ्रेंड है। आरोपी उससे बात करता था। माता-पिता की टोकाटोकी की वजह से उसने हत्याकांड को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी बीए फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है। सूत्रों के मुताबिक आरोपी को अपने किए का पछतावा नहीं है। उसने कहा कि वे लोग 15 दिन से उसे परेशान कर रहे थे। इसलिए मार दिया।