रंग बदलने से लेकर कांपने तक
हथेलियों बदलता रंग आपकी तबीयत के नासाज होने का संकेत देता है। रक्त प्रवाह पर असर, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता या लिवर से जुड़ी कई समस्याएं हथेली के रंग से जान सकते हैं। हालांकि जो बदलाव बताए जा रहे हैं, वे महज संकेत हैं, जिनकी पुष्टि डॉक्टर से करवाई जानी चाहिए। इसलिए समझिए, हथेलियां क्या कुछ संकेत दे सकती हैं। कोलंबिया एशिया अस्पताल के कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉ. दीपक वर्मा बता रहे हैं हथेलियों से सेहत के बारे जानने के कुछ आसान से टिप्स…
हथेली में लालपन होना
अगर लंबे समय तक आपकी हथेली लाल रहती है तो ये सामान्य नहीं है। ये लिवर की समस्या का संकेत देती है। आमतौर पर हथेलियों के बाहरी हिस्से पर लालपन नज़र आता है। यदि हथेली पर लाल धब्बेदार चिह्न दिखाई देते हैं, तो चिकित्सक से सलाह लें। हालांकि जिनकी उम्र 50 वर्ष या उससे अधिक है उनमें ये समस्या अधिक होती है। वहीं गर्भवती महिलाओं में रक्त संचार बढ़ने के कारण हथेलियों में लालपन आना सामान्य है। हार्मोन के संतुलन में परिवर्तन आने के कारण भी हथेलियों में लालपन आ सकता है।
अधिक पसीना आना
कुछ लोगों की हथेलियां पसीने से तर रहती हैं। तनाव या ओवरएक्टिव थायरॉइड इसका कारण हो सकते हैं। कभी-कभी हथेलियों में पसीना आना सामान्य हो सकता है। लेकिन सामान्य या कम तापमान पर भी इस तरह से पसीना आना हाइपरहाइड्रोसिस की ओर इशारा करता है। ये हृदय रोग, डायबिटीज, तनाव, अवसाद, हाइपोथायरॉयडिज्म जैसी किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
रूखापन है तो…
सर्दियों में हथेली में रूखापन सामान्य है। पर लगातार हथेली की त्वचा रूखी रहती है तो इसका कारण डिहाइड्रेशन और हार्मोन एस्ट्रोजन की कमी हो सकती है। इससे बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं। हथेलियों को नरम और हाइड्रेटेड रखने के लिए मॉइश्चराइजिंग हैंड क्रीम का उपयोग करें। आहर में बदलाव करें। आहार में मछली (अगर मांसाहारी हैं तो), बीज वाली सब्जियां और नट्स शामिल करें। अगर नाखून भी कमजोर हैं या टूटे हुए हैं तो शरीर में जिंक की कमी हो सकती है। आहार में जिंकयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे जई, तिल, अलसी, मूंगफली, नट्स आदि शामिल करें। लेकिन इससे पहले चिकित्सक से परामश करें।
हाथेलियों का पीलापन
हथेलियों में पीलापन होना लिवर की किसी बीमारी जैसे पीलिया, लिवर फाइब्रोसिस, लिवर में इंफेक्शन आदि का संकेत हो सकता है। ऐसे लोग अक्सर थकान या ऊर्जा में कमी महसूस करते हैं। इनकी पाचन क्षमता भी कमजोर होती है। ऐसे लोगों को खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। वहीं यदि हथेली सफ़ेद है तो ये शरीर में हीमोग्लोबिन या ख़ून की कमी का संकेत हो सकता है। लिवर में समस्या होने पर हाथों और आंखों की पुतलियों में पीलापन दिखाई देता है।
हाथों में कपकपाहट
कई बार हाथों में कपकपाहट या अकारण हिलते रहना पार्किं संस रोग का संके त हो सकता है। ये मस्तिष्क में मौजूद वाइटल नर्व सेल को पूरी तरह नष्ट कर देता है जिससे उसे पूरी तरह से संकेत नहीं पहुंच पाते। शुरूआत में ये तन्त्रिका कोशिका को प्रभावित करता है। शरीर की गतिविधि को अपने जद में ले लेता है। आमतौर पर ये तनाव के कारण हो सकता है। इन लक्षणों को गंभीरता से लें।