मोहब्बत हुई तो मैं लड़का से लड़की बन गई, मुझसे ही पैसा लेकर उसने की दूसरी शादी..

मोहब्बत हुई तो मैं लड़का से लड़की बन गई, मुझसे ही पैसा लेकर उसने की दूसरी शादी..

कौशांबी: प्रयागराज के पड़ोस का जिला कौशांबी। बात साल 2018 की है। यहां एक आम सा लड़का राहुल सहमी आंखें लिए स्टेज पर खड़ा था। उस लड़के को लड़कियों की तरह सजना संवरना बचपन से पसंद था। दिखने में तो वह एकदम लड़के जैसा था, लेकिन अंदर से पूरी लड़की। स्टेज पर लाइटें जल गईं। सामने भीड़ लग गई। कुछ वक्त बाद गाना शुरू होता है, “रब जो चाहे वही तो होना है, आदमी खिलौना है।” राहुल ने डांस करना शुरू किया।

डांस करते वक्त राहुल की नजरें वहां साउंड लगाने वाले संतोष से मिली। दोनों में प्यार हुआ और शादी कर ली। संतोष के कहने पर राहुल ने अपना जेंडर चेंज करवा लिया। वो लड़की बन गया और नाम रखा रागिनी। इसके बाद संतोष ने दूसरी शादी कर ली और रागिनी के साथ रहने से मना कर दिया। रागिनी पुलिस के पास पहुंच गई तो संतोष उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है। दैनिक भास्कर की टीम ने पूरे मामले को जानने के लिए रागिनी से मुलाकात की। आइए उसकी पूरी कहानी को शुरुआत से जानते हैं…

बचपन से ही मां की साड़ी पहनकर नाचना पसंद था
कौशांबी के दुल्हनियापुर में राहुल का जन्म हुआ। राहुल के 3 बड़े भाई और 4 बड़ी बहनें हैं। बचपन से ही राहुल को परिवार में सबसे ज्यादा प्यार मिला। उसे नाचना बहुत पसंद था। जब भी कोई घर में नहीं होता वो मां की साड़ी लपेटता, खुद को शीशे में निहारता और नाचने लगता। जैसे ही कोई घर आता वो सब सामान रखकर पढ़ने बैठ जाता।

राहुल भी दूसरे बच्चों की तरह रोज स्कूल जाता। सपने देखता। बड़ा होकर वो हीरो बनना चाहता था। लेकिन उसका ये सपना कभी पूरा ना हो सका। वो थोड़ा बड़ा हुआ तो उसके हाव-भाव बदलने लगे। उसकी चाल बाकी लड़कों से अलग हो गई। आवाज बदल गई। नौ-दस साल का वो लड़का नहीं जानता था कि उसके अंदर जो बदलाव हैं वो बाकियों से अलग हैं।

घरवाले मेरे लिए लड़ते थे, इसलिए मैंने घर छोड़ दिया
कुछ वक्त बीता। राहुल के साथ क्या हो रहा था उसे खुद समझ नहीं आ रहा था। एक दिन राहुल मोहल्ले में बाहर निकला तो कुछ लड़के उसकी चाल देखकर हंसने लगे। एक लड़का चिल्लाया- अबे छक्के। राहुल बताते हैं कि उस वक्त मुझे बहुत बुरा लगा। मैं घर आकर बहुत रोया। तब तक मुझे इस शब्द का मतलब नहीं पता था। राहुल कहते हैं कि उन दिनों के मुझे बहुत किस्से याद नहीं है। मेरे लड़के और लड़कियां दोनों ही दोस्त थे। हम सब साथ में खेलते थे। खेल-खेल में जब भी कोई लड़की मुझे छू देती तो कुछ महसूस नहीं होता था लेकिन अगर कोई लड़का छू देता तो मेरे रोंगटे खड़े हो जाते। मेरी चाल-ढाल बदली तो दोस्तों ने भी साथ छोड़ दिया। वो बताते हैं कि घर में भी मुझे लेकर झगड़े होने लगे। इससे परेशान होकर मैंने अपना घर छोड़ दिया। घर छोड़कर मैं मंझनपुर में किन्नरों के साथ रहने लगा। यहां मुझे ना कोई चिढ़ाता ना मेरी बेइज्जती करता। मुझे यहीं अच्छा लगने लगा था।

स्टेज पर डांस कर रही थी तब संतोष को पहली बार देखा
राहुल बताते हैं कि धीरे-धीरे मैं किन्नरों के बीच रच-बस गया। मैं अच्छा डांस करता था, इसलिए मेरे गुरु ने मुझे स्टेज पर परफॉर्म करने को कहा। उन्होंने बताया कि इससे मुझे पैसे भी मिलेंगे। मैं बहुत खुश था कि अब मुझे कुछ काम करने को मिलेगा। गुरु मुझे जगह बतातीं और मैं वहां जाकर डांस करता। लोग खूब तालियां बजाते। मुझे ये काम बहुत अच्छा लगने लगा। एक दिन कौशांबी में एक जगह प्रोग्राम था। मैं सुबह उठा। पूरे दिन प्रोग्राम के लिए डांस प्रैक्टिस की। शाम हुई तो मैं तैयार होने लगा। उस दिन मैंने हरे रंग का लहंगा पहना था। सज-संवर कर मैं स्टेज पर पहुंच गया। मैंने एक के बाद एक 5 गानों पर डांस किया। सामने बैठे लोग मेरे डांस को खूब पसंद कर रहे थे। डांस करते वक्त ही मेरी नजरें वहां साउंड लगाने वाले सतीश उर्फ संतोष से मिली।

राहुल बताते हैं कि जब मैं स्टेज पर डांस कर रहा था तभी मैंने वहां साउंड लगाने वाले संतोष को देखा। जितनी बार भी मेरी नजर उस पर पड़ती वो मुझे ही देख रहा होता। प्रोग्राम खत्म होने के बाद संतोष मेरे पास आया। उसने सभी डांसर्स के नंबर लेने के बहाने से मेरा फोन नंबर भी लिया। उसने कहा आगे के प्रोग्राम्स में सबसे बात करने की जरूरत होगी तो मैं अपना नंबर भी सबके फोन में सेव कर दे रहा।

संतोष और मेरी दोस्ती हुई, हमें प्यार हो गया
राहुल बताते हैं कि एक दिन मैं घर पर बैठा हुआ था तभी मेरा फोन बजा। फोन पर संतोष था। वो मेरे बारे में पूछने लगा। उस दिन हमने करीब आधे घंटे बात की। उसके बाद अक्सर उसका फोन आने लगा। वो मेरा ध्यान रखता। मेरी पसंद-नापसंद जानने की कोशिश करता। मुझे भी उससे बात करना अच्छा लगने लगा था। हमने एक दूसरे से मिलना शुरू किया। हम साथ में घूमने लगे, साथ खाने-पीने लगे। उसके लिए अब मैं अपने लंबे बालों को संवारने लगा। जब भी उससे मिलना होता अपने सबसे अच्छे कपड़े पहनकर जाता। धीरे-धीरे हमें एक दूसरे से मोहब्बत हो गई।

उसने मेरे साथ कुकर्म किया फिर शादी कर ली
राहुल बताते हैं कि एक दिन मैं अपने कमरे में सोई थी। संतोष बियर पीकर आया और उसने रात में मेरे साथ गलत काम कर दिया। सुबह मैंने उससे कहा कि तुमने मेरे साथ यह क्यों किया? अब मैं क्या करूंगी? उस वक्त संतोष ने कहा, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं। मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं। मैंने उसको मना किया तो वह कहने लगा कि अगर तुम मेरे साथ शादी नहीं करोगी तो मैं जहर खा लूंगा। इसके बाद मैं मान गई।

राहुल ने संतोष से मंदिर में शादी की। उसके बाद साथ ही रहने लगे।
प्रयागराज के एक मंदिर में संतोष ने राहुल की मांग भरकर शादी कर ली। यहां से राहुल का नाम रागिनी हो गया। अब रागिनी स्टेज पर नाचती, किसी के घर बच्चा होता तो वहां जाकर नाचती। जो पैसा मिलता वह लाकर संतोष को दे देती। संतोष के घर वाले भी जानते थे कि ये दोनों साथ ही रहते हैं, लेकिन कभी किसी ने कोई आपत्ति नहीं की। दोनों पति पत्नी बनकर रहे।

मुझसे डेढ़ लाख रुपए लेकर उसने मुझे लड़के से लड़की बना दिया
संतोष को किसी ने बताया कि जेंडर चेंज करवाया जा सकता है। उसने तय किया कि वह रागिनी का जेंडर चेंज करवाकर उसे लड़की बनाएगा। उसने रागिनी को इसके बारे में बताया। रागिनी से डेढ़ लाख रुपए नकद लिया। उसे कहीं ले गया और जेंडर चेंज करवा दिया। हमने रागिनी से पूछा कि कहां ले गया था, कुछ याद है आपको?रागिनी बताती हैं, उस वक्त मेरी तबीयत खराब रहती थी। संतोष मुझे कहीं ट्रेन से ले गया था। उस सफर में करीब 12 घंटे लगे थे। मैं तीन दिन भर्ती रही। उसके बाद यह मुझे लेकर वापस आ गए।

मुझसे पैसे मांगे और दूसरी शादी कर ली
मई महीने में संतोष ने एक लड़की से शादी कर ली। यह बात रागिनी की जानकारी में हुई। रागिनी से शादी के लिए पैसा भी लिया। लेकिन शादी के बाद संतोष बदल गया। वह अब न रागिनी से बात करता, न ही उससे मिलने जाता। रागिनी ने संतोष के पापा अर्जुन को फोन लगाया तो उसे जवाब मिला कि हम नहीं जानते की संतोष कहां है। इसके बाद उसने संतोष के चाचा कल्लू को फोन किया। चाचा ने रागिनी से उल्टी-सीधी बातें की। दोबारा इधर नहीं दिख जाने की बात कही।

पुलिस ने रागिनी की शिकायत पर एससी-एसटी एक्ट, मारपीट की धाराएं लगाई।
रागिनी ने कौशांबी थाने में सतीश पर यौन शोषण का और पिता-चाचा पर मारने-पीटने की धमकी देने का मामला दर्ज करवाया।
संतोष की पत्नी को कोई ऐतराज नहीं
हमने पूछा कि संतोष के साथ अब उसकी पत्नी रहती है, फिर वह क्यों आपको रखेगा? उसकी पत्नी एतराज नहीं करेगी? रागिनी ने कहा, मैं संतोष की पत्नी को जानती हूं। उससे मैंने बात किया है। उसने मुझसे कहा, “दीदी, आप पहले मुझे बताती तो मैं शादी ही नहीं करती। आपने उनसे शादी की है इसलिए मैं आपको अलग नहीं करूंगी। आप जब मन करे तब घर आ जाएं या फिर मैं खुद 2 दिन के लिए उनको आपके पास भेज दूंगी। 5 दिन वह हमारे साथ रहेंगे।”

मेडिकल में जेंडर चेंज की अब तक पुष्टि नहीं
जेंडर चेंज का मामला सामने आया तो इसकी जांच सीओ सिटी अभिषेक सिंह को सौंपी गई। उन्होंने मंझनपुर में रागिनी का मेडिकल टेस्ट करवाया। शुरुआती जांच में लिंग परिवर्तन की बात सामने नहीं आई। इसके बाद स्त्री रोग विशेषज्ञ से भी जांच करवाई गई, लेकिन लिंग परिवर्तन की पुष्टि नहीं हो पाई। प्रशासन ने तय किया कि अब प्रयागराज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में जांच करवाई जाएगी।

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