The Telgi Story: देश अब तक हर्षद मेहता के स्कैम को भूला भी नहीं था कि एक और स्कैम ने पूरे भारत को हिलाकर रख दिया. ये स्कैम हर्षद मेहता के 5000 करोड़ रुपये से इतना बड़ा था कि उस जमाने में कैलकुलेटर में भी जीरो का हिसाब नहीं लग पा रहा था. इस स्कैम ने न सिर्फ जांच एजेंसियों के होश उड़ा दिए बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था को 30 हजार करोड़ रुपये का झटका दिया. हम बात कर रहे हैं मशहूर तेलगी घोटाले की. इस स्कैम का मास्टरमाइंड था अब्दुल करीम तेलगी, जिसने नकली स्टैंप पेपर छापकर बेहिसाब दौलत कमाई. अब्दुल करीम तेलगी. अपने तीन भाई-बहनों में दूसरा. 1961 में उनका जन्म कर्नाटक के बेलगावी के खानापुर में हुआ था. उसके पिता भारतीय रेलवे में काम करते थे. पिता के निधन के बाद उसने कम उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया था. उसने परिवार का खर्चा चलाने के लिए फल भी बेचे और पैसे बचाकर कॉलेज से बी.कॉम किया.
सऊदी अरब में 7 साल की नौकरी
लेकिन तेलगी का सपना ये नहीं था. उसको ऐसी जिंदगी नहीं जीनी थी. उसको ऐशो आराम और बैंक बैलेंस की चाह थी. कोर्स खत्म होने के बाद वह सऊदी अरब चला गया और वहां 7 साल तक काम किया. जब अब्दुल करीम तेलगी भारत लौटा तो वह एक लीगल स्टैंप वेंडर बन गया. लेकिन इसके बाद उसने फर्जी स्टैंप पेपर का धंधा शुरू कर दिया. वह असली स्टैंप पेपर्स में नकली मिक्स कर उनको बेच देता था. इससे उसकी खूब मोटी कमाई हो रही थी. जब उसका फर्जी स्टैंप पेपर का धंधा चल निकला तो उसने मुंबई की मिंट रोड पर खुद का प्रेस खोल लिया और उसका धंधा दिन दूनी और रात चौगुनी तरक्की करने लगा. बताया जाता है कि उसका कारोबार करीब 20000 करोड़ रुपये का था. लेकिन साल 2001 में उसके बुरे दिन शुरू हो गए. उसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अदालत ने उसको 30 साल की सजा सुनाई. साथ ही 202 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया. 56 बरस की उम्र में मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के कारण साल 2017 में उसकी बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल में मौत हो गई.
बार डांसर से था इश्क
जो कहानी हमने आपको ऊपर बताई वो तकरीबन हर कोई जानता है. लेकिन तेलगी एक बार डांसर के साथ इश्क में था, यह कम ही लोग जानते हैं. इसी इश्क के कारण वह महिला उस दौर की सबसे अमीर बार डांसर बन गई थी.विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और पुलिस की जांच में सामने आया कि अब्दुल करीम तेलगी अकसर मुंबई के टोपाज बार में जाया करता था. बार डांसर्स के कारण यह बार बहुत फेमस था क्योंकि यहां काम करने वाली बार डांसर्स उस दौर की बॉलीवुड हीरोइनों जैसी दिखा करती थीं. लेकिन अब्दुल करीम तेलगी एक बार डांसर पर फिदा था, जिसका नाम था तरन्नुम खान, जो उस दौर की नामी एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित जैसी दिखती थी. तरन्नुम के इश्क में तेलगी इतना खो चुका था कि उसने 31 दिसंबर 2000 की रात को तरन्नुम पर 90 लाख रुपये उड़ा दिए थे. तेलगी के इस कारनामे से एक ही रात में तरन्नुम भारत के इतिहास की सबसे अमीर बार डांसर बन गई. अगर रिपोर्ट्स पर विश्वास करें तो अब्दुल करीम तेलगी के मन में अपनी पसंदीदा बार डांसर तरन्नुम खान के लिए बहुत प्यार था. दोनों एक-दूजे के इश्क में खोए हुए थे. तेलगी टोपाज बार में सिर्फ तरन्नुम और उसके ठुमकों को देखने जाया करता था. लेकिन तरन्नुम के साथ तेलगी का इश्क सिर्फ उसके हुस्न तक ही सिमटा हुआ नहीं था. दरअसल तरन्नुम की जिंदगी की कहानी ने उसका दिल पिघलाकर रख दिया.
तरन्नुम की दर्द भरी कहानी
तरन्नुम खान मुंबई के अंधेरी में ही पैदा हुई और यहीं पली-बढ़ी. उसके पिता एक छोटी सी दुकान चलाते थे. घर में 6 लोग थे और माली हालत भी ठीक नहीं थी. लेकिन 1992 में बंबई में हुए दंगों ने परिवार का सब कुछ छीन लिया. दंगों की आग में उसकी दुकान और घर में आग लगा दी गई और सारा सामान भी दंगाई लूटकर ले गए. इसके बाद तरन्नुम के पिता को हार्ट अटैक आ गया. परिवार को एक रिलीफ कैंप में शिफ्ट होना पड़ा. इस हादसे के बाद पिता ने काम करना बंद कर दिया. इस कारण तरन्नुम को बार में डांसर का पेशा चुनना पड़ा. 16 साल की उम्र में तरन्नुम ने दीपा बार में काम शुरू किया और जल्द ही फेमस हो गई. धीरे-धीरे उसने अपने काम को और तराशा और मुंबई में खुद के लिए एक पहचान बनाई. देश के कोने-कोने से उसकी खूबसूरती और परफॉर्मेंस देखने आते थे. उन दिनों तेलगी और तरन्नुम के अफेयर की चर्चाएं जोरों पर थीं. लेकिन दोनों में से किसी ने भी कभी इसको स्वीकार नहीं किया.
फिर आगे तरन्नुम का क्या हुआ?
ऐसा नहीं है कि तेलगी की गिरफ्तारी के बाद तरन्नुम गुमनानी की दुनिया में चली गई. वह एक बार फिर सुर्खियों में तब आई जब आयकर छापे में उसके पास आय से ज्यादा संपत्ति का खुलासा हुआ. उसकी इनकम के ज्ञात स्रोतों से ज्यादा नकदी और संपत्ति के निवेश का खुलासा हुआ था. आईटी अधिकारियों को उसके मोबाइल फोन में सट्टेबाजों और एक श्रीलंकाई क्रिकेटर का टेलीफोन नंबर मिला था. इसके बाद पुलिस ने जांच अपने हाथ में ले ली थी. तरन्नुम पर कथित तौर पर क्रिकेट बैटिंग का रैकेट चलाने का आरोप लगा था. उसको बायकुला जेल में रखा गया था. साल 2015 में 2 महीने जेल में बिताने के बाद उसको बेल पर रिहा कर दिया गया था.