हजारीबाग। स्कॉर्ट सर्विस के नाम पर पिछले पांच सालों में 150 से अधिक युवा जेल जा चुके है। दर्जनों छापेमारी हो चुकी है। ऑन डिमांड कॉल गर्ल्स के चक्कर में हजारों लोग फंसकर अपनी गाढ़ी कमाई और इज्जत दोनों लुटा चुके है।
बावजूद इसके लोग हैं कि इसके पीछे भागे ही जा रहे है। हजारीबाग में भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो सब जानते हुए भी लगातार फंसते जा रहे है। इनमें अधेड़ तो अधेड़ 70 साल के वृद्ध भी शामिल है। यह खुलासा एक बार फिर मुफ्फसिल थाना व बरकट्ठा थाना की पुलिस के छापेमारी हुई है।
तीन ठग ओरियो बाइपास से गिरफ्तार
मुफ्फसिल थाना पुलिस ने ओरिया बायपास से तीन साइबर ठगों को सिंपल स्कॉर्ट सर्विस के नाम पर ठगी के आरोप में पकड़ा है। वहीं, बरकटठा थाना पुलिस ने मासीपीढ़ी से पांच लोगों को पकड़ा है।
हजारीबाग के ओरिया में पकड़े गए सभी आरोपित नाबालिग हैं। इनमें दो बरकट्ठा और एक धनबाद का है। वहीं, बरकट्ठा में पकड़े गए अपराधी बालिग है। इनमें दो सगा भाई शंकर कुमार और सकलदेव प्रसाद व रोहित कुमार व कुलदीप प्रसाद है।
तीनों से 8 मोबाइल, 32 सीम और एक लैपटॉप बरामद
हजारीबाग के ओरिया में पकड़े गए ठगों के पास से पुलिस ने आठ मोबाइल, 32 सीम और एक लैपटॉप के अलावा चार फर्जी आधार कार्ड और डायरी बरामद हुए हैं। डायरी में उन सभी लोगों का नाम और नंबर लिखा गया है, जो इनसे लड़की को लेकर चैट करते थे। वहीं, बरकटठा में पकड़े गए आरोपितों से पांच मोबाइल, सिमकार्ड सहित अन्य सामाग्री बरामद की गई है।
इस बाबत थाना प्रभारी मुफ्फसिल बजरंग महतो ने बताया कि तीनों किशोर स्कूल में पढ़ाई करते हैं। हजारीबाग में किराये का कमरा लेकर गिरोह चला रहे थे। गुप्त सूचना के आधर पर तीनों को ओरिया गांव के एक कमरे में मोबाइल से चैट कर ब्लैक मेल करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने तीनों किशोरों के खिलाफ केस दर्ज किया
डायरी में किशोर सभी चैट करने वाले महिलाओं का डिटेल नोट कर रखते थे। पुलिस ने तीनों किशोरों के विरुद्ध थाना में मामला दर्ज कर जांच में जुटी है।
बताया गया है कि तीनों किशोर महिलाओं के आपत्तिजनक तस्वीर बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने का धमकी देकर महिलाओं को ब्लैक मेल करते थे। गुगल पर सिंपल स्कॉट इंडिया के नाम से स्कॉट सर्विस पर साइट चलाकर ठगी का धंधा करता था। खुद के फोन पे अकाउंट में पैसे मंगाते थे।