मेरठ के सदर थाना क्षेत्र के ढोलकी मुहल्ले में लगे सीसीटीवी कैमरे में एक ऐसी घटना कैद हो गई है जिसने जाको राखे साइयां मार सके न कोय की कहावत को फिर से चरितार्थ कर दिया है। यहां बीच सड़क 150 साल पुराना मकान भरभराकर गिर पड़ा।
उस दौरान दो बच्चे नीचे से गुजर रहे थे। मकान से आती आवाज को सुनकर दोनों बच्चे दौड़ पड़े और बाल-बाल बचे। बच्चों के आगे एक महिला भी चल रही थी। जिस तरह से मकान का मलबा गिरते हुए सीसीटीवी में कैद हुआ है, उसके नीचे आने पर किसी के भी बचने की कोई उम्मीद नहीं रहती। संयोग से उस दौरान सड़क पर पूरी तरह से सन्नाटा था। ऐसे में एक बड़ा हादसा टल गया है।मकान जैन समाज ट्रस्ट का बताया जा रहा है। मकान पुराना होने के कारण पहले से ही काफी क्षतिग्रस्त हो चुका था। गिरते ही आसपास हड़कंप मच गया। लोगों ने पुलिस को फोन किया। लोगों का कहना है कि कई बार कैंटोनमेंट बोर्ड की ओर से मकान को गिराने का नोटिस ट्रस्ट को भेजा गया, लेकिन ट्रस्ट ने इस पर ध्यान नहीं दिया। शुक्रवार शाम अचानक मकान गिर गया। गनीमत रही कि मकान गिरने से कोई हताहत नहीं हुआ।
दो सेकेंड की देरी होती तो…इस हादसे में दो बच्चों ने अचानक दौड़कर जिंदगी की जंग जीत ली। आसपास के लोगों का कहना है कि दो सेकेंड की देरी हो जाती तो सैकड़ों टन मलबे में दोनों बच्चे दब जाते। जिंदगी के लिए वे दोनों दौड़ पड़े। भरभराकर मकान गिरा। बच्चे बच गए। सोशल मीडिया पर वीडियो खूब छा रही है। इसे कहते हैं जाको राखे साइयां मार सके ना कोय, सदर बाजार थाना इलाके के ढोलकी मोहल्ले में भरभराकर गिरा जर्जर मकान, बस दो सेकेंड पहले ही मकान गिरने जैसी आवाज से दोनों बच्चे दौड़ पड़े। वैसे कैंट बोर्ड ने मकान को नोटिस दे रखा था।
जटिल नियमों के चलते नहीं हो रहा था कामदरअसल ढोलकी मोहल्ले में जैन समाज ट्रस्ट का 150 साल पुराना मकान था। ट्रस्ट न तो मकान सुधरवा रहा था न ही इसे गिरवा रहा था। इसके पीछे एक कारण छावनी की नियमावली भी है। कैंट एक्ट में कैंट एरिया में बनी संपत्ति में बिना कैंटोनमेंट की इजाजत के कोई कार्य नहीं करा सकते। जटिल नियमों के कारण भी मकान में काम नहीं हो पा रहा था। इसकी हालत दिन ब दिन बदत्तर हो रही थी। वहीं सदर थाने की पुलिस का कहना है कि मकान गिरने से कोई जनहानि नहीं हुई है। मकान जैन समाज ट्रस्ट का डेढ़ सौ साल पुराना है, जो जर्जर हालत में था। सुरक्षा की दृष्टि से वहां पुलिस बल तैनात कर दिया है।