रतन टाटा के अंतिम संस्कार में बाइक से जा रहे थे शांतनु, पुलिस ने रोककर पूछा- कौन हो आप??

रतन टाटा के अंतिम संस्कार में बाइक से जा रहे थे शांतनु, पुलिस ने रोककर पूछा- कौन हो आप? Video

दिग्‍गज कारोबार रतन टाटा नहीं रहे, 86 साल की उम्र में बुधवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में उन्‍होंने अंतिम सांस ली. उसके अलगे ही दिन उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई. रतन टाटा को आखिरी विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ा रहा.

रतन टाटा के 55 साल छोटे दोस्‍त और सबसे करीबी सहयोगी कहे जाने वाले शांतनु भी इस अंतिम यात्रा में शामिल रहे. वे जब रतन टाटा के अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए बाइक से जा रहे थे. इसी बीच, मुंबई पुलिस ने मोटरसाइकिल चलाते समय उन्‍हें रोक लिया. 

सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस अधिकारी नायडू से उनकी पहचान और गंतव्य के बारे में पूछताछ करते हुए दिखाई दे रहे थे. फुटेज में नायडू ने शांति से बताया कि वह अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे हैं. गौर करने वाली बात है कि उसी सुबह नायडू की अस्‍पताल से घर के बीच कई तस्‍वीरें देखी गई थीं. 

रतन टाटा के निधन पर नायडू ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्‍ट भी शेयर किया था और टाटा को भावपूर्ण विदाई देते हुए कहा, “अलविदा, मेरे प्यारे लाइटहाइउस”. साथ ही रतन टाटा से गहरी दोस्‍ती का जिक्र किया था. उन्‍होंने लिखा था कि वह अपना बाकी जीवन रतन टाटा की अनुपस्थिति से पैदा हुए खालीपन को भरने में बिताएंगे. 

अंतिम यात्रा में सबसे आगे थे शांतनु नायडू 
जब शव वाहन जनता के दर्शन के लिए नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) की ओर जा रहा था, तब नायडू पुलिस एस्कॉर्ट के साथ एम्बुलेंस के आगे-आगे दिखाई दिए. रतन टाटा के अंतिम यात्रा के दौरान देश-दुनिया से तमाम हस्तियां शामिल हुई थीं. शांतनु नायडू का टाटा के साथ सफर मई 2022 में शुरू हुआ जब रतन टाटा ने 29 वर्षीय शांतनु को काम पर रखा. नायडू को पहली बार सार्वजनिक पहचान तब मिली जब टाटा का जन्मदिन मनाते हुए उनका एक वीडियो वायरल हुआ. 

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बनाया था रिफ्लेक्‍टर कॉलर
टाटा ट्रस्ट्स में अपनी भूमिका के अलावा, नायडू अपने अभिनव विचारों के लिए भी जाने जाते हैं. टाटा एलेक्सी में काम करते हुए, उन्होंने यातायात दुर्घटनाओं के कारण कुत्तों की मृत्यु बचाने के लिए रिफ्लेक्‍टर कॉलर बनाया है, जो रात में चमकता है. इससे ए‍क्‍सीडेंट की संभावनाएं कम हो जाती हैं. साथ ही आवारा कुत्तों की जान बच जाती है. 

स्‍टॉर्टअप्‍स के मालिक 
नौकरी के अलावा शांतनु Goodfellows स्‍टार्टअप के मालिक भी हैं. यह कंपनी सीनियर सिटीजन को कंप्रिहेंसिव सपोर्ट प्रोवाइड कराती है. ऐसा कहा जाता है कि इस कंपनी का वैल्यू करीब पांच करोड़ रुपये है. वे एक फेमस भारतीय बिजनेसमैन, इंजीनियर, जूनियर असिस्टेंट, डीजीएम, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, लेखक और इंटरप्रेन्योर हैं.

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