बागपत। पुलिस ने इमरान हत्याकांड का राजफाश करते हुए तीन सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार चल रहा है। पुलिस का दावा है कि इमरान ने कैराना में अपनी प्रेमिका के पति की हत्या कराने के लिए चार बदमाशों को ढाई लाख रुपये की सुपारी दी थी।
घटना से पहले रुपयों के लेनदेन को लेकर सुपारी किलर और इमरान के बीच झगड़ा हो गया। हाथापाई में तमंचे की गोली से एक आरोपी घायल हो गया, जिसके बाद चाराें सुपारी किलर ने इमरान को मौत के घाट उतार दिया।
यह है पूरा मामला
इंस्पेक्टर मनोज कुमार चहल ने बताया कि छपरौली चुंगी स्थित किदवईनगर निवासी साजिद पुत्र यामीन ने 18 अक्टूबर को कोतवाली में सूचना दी कि 16 अक्टूबर की शाम पांच बजे उसका भाई इमरान बिना बताए घर से कहीं चला गया है।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इमरान की बरामदगी के प्रयास शुरू कर दिए थे। इसी बीच 18 अक्टूबर को इमरान का शव शामली जनपद के गढ़ी पुख्ता गांव के पास पड़ा मिला। शिनाख्त के बाद शामली पुलिस ने बड़ौत पुलिस को घटना की जानकारी दी थी।
पुलिस ने शव बरामद करने के बाद घटना की जांच तो तो बिनौली थाना क्षेत्र के बुढ़ेडा गांव के रहने वाले रिहान पुत्र अख्तर, दिलदार पुत्र समयद्दीन व शाकिब पुत्र पप्पू के अलावा शाहरुख का नाम प्रकाश में आया, जिसके बाद पुलिस ने रिहान, दिलदार और शाकिब को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से हत्या में प्रयुक्त तमंचा, कार, रस्सी के अलावा इमरान का पर्स, आधार कार्ड की प्रति व एक फोटो बरामद कर लिया।
प्रेमिका के पति को मरवाने के लिए दी थी सुपारी
इंस्पेक्टर ने बताया कि राजमिस्त्री इमरान का कई साल से शामली के कैराना कस्बा स्थित तालाब वाले मोहल्ले में एक महिला से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसका पता महिला के पति को चला तो वह अपनी पत्नी का इमरान से मिलने का विरोध करने लगा।
यह बात इमरान को नागवार गुजरी। इमरान ने अपने साथी शाहरुख के साथ अपनी प्रेमिका के पति की हत्या की योजना बना ली। शाहरुख ने ढाई लाख रुपये में हत्या की सुपारी अपने ही गांव के रिहान, दिलदार और शाकिब को दिलवा दी।
घर देखकर आरोपियों का मन बदला
योजना के मुताबिक, रिहान, दिलदार, शाकिब, शाहरुख 16 अक्टूबर को इमरान को ईकाे कार में लेकर कैराना स्थित तालाब वाले मोहल्ले में पहुंचे। चारों आरोपियों ने इमरान की प्रेमिका का घर देखा तो बेहद ही जर्जर हालत में मिला।
घर की स्थिति को देखते हुए वह हत्या करने से मना करने लगे, लेकिन इमरान हत्या कराने की जिद करने लगा। इस पर चारों ने इमरान को सुपारी के रुपये देने के लिए कहा। इमरान ने अपने पास 15 सौ रुपये होने की बात कहते हुए घटना के बाद बड़ौत में रुपये देने की बात कही।
मनोज कुमार चहल ने बताया कि इसी को लेकर पांचों वहां से चले आए और गढ़ी पुख्ता के पास रुपयों को लेकर इमरान से झगड़ा करने लगे। इसी दौरान हुई हाथापाई में शाकिब के हाथ में तमंचे की गोली लग गई, जिसके बाद वह घायल हो गया। चारों ने गुस्से में आकर रस्सी से इमरान का गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया और शव को फेंक कर अपने घर चले गए।