उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक शख्स रोज सुबह उठता. पॉलिथीन में मल डालता फिर ई-रिक्शा पर सवार होकर एक किराने की दुकान में आता. उस पॉलिथीन को वहीं फेंक चला जाता. किराने की दुकान मालिक रोज-रोज यह सब देखता और सोचता कि आखिर ये गंदगी यहां फेंकता कौन है.
कुछ दिन तक रोज यह सिलसिला जारी रहा तो उसने दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा दिया. साथ ही वह खुद एक दिन दुकान पर जल्दी आ गया और छुपकर देखने लगा कि आखिर कौन यह हरकत कर रहा है.
बस फिर क्या था, उसके सामने जैसे ही रोज की तरह ई-रिक्शा में आए शख्स ने गंदगी फेंकी, दुकादार ने उसे तुरंत पकड़ लिया. पुलिस को फोन कर बुलाया और शख्स की करतूत बताकर उसे उनके हवाले कर दिया. लेकिन पुलिस ने दोनों के बीच सुलह करवाकर मामला रफा-दफा करवा दिया.
जानकारी के मुताबिक, विकासनगर के खूबपुर निवासी प्रेमशंकर गुप्ता की शाहजहांपुर मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग के पास किराना की दुकान है. वह रोज सुबह सात बजे दुकान खोलते हैं. उन्होंने बताया कि 9 महीने से उनकी दुकान में कोई गंदगी (मल-मूत्र) फेंककर जा रहा था. जब वह दुकान पर आते तो शटर के पास गंदगी मिलती. इसकी वह रोज सफाई करते थे. गंदगी कौन फेंकता था, इसका पता नहीं चल पा रहा था.
CCTV कैमरे से खुली पोल
प्रेमशंकर ने बताया- मैंने कुछ दिन पहले दुकान पर सीसीटीवी कैमरा लगवाया. कैमरे की जांच में पता चला कि सुबह पांच बजे ई-रिक्शा से एक युवक आता है, गंदगी से भरी पॉलीथिन फेंककर चला जाता है. कई दिन तक रिकॉर्डिंग की जांच में पता चला कि कांशीराम कॉलोनी निवासी शरीफ ई-रिक्शा से दूध की कैरेट लेकर निकलता है. इसी दौरान वह हरकत कर रहा है. शनिवार की सुबह प्रेमशंकर अपने पुत्र श्यामजी व रामजी के साथ सुबह चार बजे दुकान के पास छिपकर बैठ गए. शरीफ ने जैसे ही गंदगी की पॉलीथिन फेंकी उसे पकड़ लिया.
दोनों पक्षों में समझौता
सूचना पर 112 नंबर पुलिस टीम पहुंची और आरोपी को लेकर कचनार पुलिस चौकी पहुंची. फिर दोनों पक्षों के बीच समझौता करवा दिया. प्रेमशंकर ने बताया कि वह उसे जानते तक नहीं. पता नहीं वो ऐसा क्यों करता था.